बिहार: सूरत में करीब डेढ़ महीने पहले एक महिला प्रोफेसर ने ट्रेन के आगे कू’दकर आत्मह’त्या कर ली थी. मामला अ’श्लील फोटो वायरल करने की धम’की देकर ब्लैकमेल करने और रुपए ऐंठने का था. इस केस में अब गुजरात की सूरत पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है और मृ’तका को ब्लैकमेल करने और सुसा’इड के लिए उकसाने वाले तीन आरो’पित युवकों को गिर’फ्तार कर लिया है. तीनों युवक बिहार के रहने वाले हैं।
सूरत के जहांगीरपुरा में रहने वाली एक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने ट्रेन के आगे कू’दकरअपनी जा’न दे दी थी. महिला साइबर ठ’गों के जाल में फंस गयी थी और लगातार ब्लैकमेलिंग की घट’ना से परेशान थी. खुदकु’शी से एक दिन पहले मृ’तका ने अपनी छोटी बहन को बताया था कि उसके फोन को किसी ने हैक कर लिया और उसके बाद कुछ आपत्तिजनक फोटो दिखाकर उससे पैसों की डिमांड करता है. जिससे वो परेशान है. 23 हजार रुपए अभी तक उससे ऐंठे जा चुके थे.
महिला की अ’श्लील फोटो को वायरल करने की ध’मकी तीन अलग-अलग नंबर से दी जाती थी. 25 वर्षीया महिला प्रोफेसर ने 16 मार्च को कोसाड और उतरान स्टेशन के बीच सौराष्ट्र एक्सप्रेस ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी. खुदकुशी के बाद मामला थाने में आया तो पुलिस ने उन नंबरों की जांच शुरू की. नंबर पाकिस्तान के बताए जा रहे थे लेकिन तीनों नंबर की IP लोकेशन बिहार आ रहा था. दरअसल, धूल झोंकने के लिए शा’तिरों ने ऐसा सेट किया था. जिसके बाद पुलिस ने इस ओर अपनी सक्रियता दिखाई।
खुद’कुशी से पहले युवती ने अपनी बहन को पूरी जानकारी दे दी थी. बताया था कि आरो’पित युवकों ने उसके मोबाइल में एक ऐप के जरिए एक्सेस लिया और फिर लगातार न्यू’ड फोटो भेजकर वायरल की ध’मकी दे रहा है. लगातार कई ट्रांजेक्शन में यूपीआइ के जरिए पैसे मंगवाए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूरत पुलिस की एक टीम बिहार पहुंची और तीनों आरो’पित को गिर’फ्तार किया. बताया जा रहा है कि तीनों लड़के कक्षा 10 तक के ही छात्र हैं।
तीनों आरो’पितों के पास से 15 आधार कार्ड, 3 लैपटॉप और प्रिंटर वगैरह मिले हैं. ये आरो’पित हाई प्रोफाइल लाइफ जीने के लिए इस तरह ठ’गी के जरिए पैसे जमा करते थे।
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