पटना: बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक प्रकरण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला रिएक्शन सामने आया है। अररिया में समाधान यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने इस मामले में पत्रकारों के सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी उन्हें मिली है। चीफ सेक्रेटरी को जांच का आदेश दिया गया है। जो तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आईएएस अधिकारी के के पाठक और बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस एसोसिएशन बासा के बीच के वि’वाद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया है। सीएम ने कहा है कि मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को इस मामले की जिम्मेदारी दी गई है। वह इससे देख रहे हैं।
नीतीश कुमार अररिया में समाधान यात्रा पर हैं। वहीं पत्रकारों ने जब केके पाठक प्रकरण पर सवाल किया तो सीएम ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी इस मामले को देख रहे हैं। बुधवार की रात जब वह सहरसा से लौटे तो बताया गया। मुख्य सचिव को कहा गया है कि वह एक एक बात को गंभीरता से देखें। सीएम ने कहा कि इस प्रकरण पर सरकार गंभीर है। जांच में जो तथ्य आएंगे उसके अनुसार आगे सब कुछ तय किया जाएगा।
दरअसल, बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक का एक अपशब्दों वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इसकी वह से बिहार के प्रशासनिक महकमेंमें बबाल मचा है। बिहार प्रशासनिक सर्विस एसोसिएशन, बासा ने आईएएस अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बासा की ओर से केके पाठक पर कार्रवाई की मांग की गई है। बासा ने इसके साथ- साथ आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
आईएएस पाठक पर एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन भी दिया गया है। इस बीच गाली का वीडियो वायरल होने के बाद आईएएस अधिकारी ने खेद प्रकट किया है। लेकिन बासा पर उनका रूख अभी भी तल्ख है। इधर सीएम नीतीश कुमार द्वारा इस मामले पर संज्ञान लिए जाने से नया मोड़ आ गया है।

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