पटना: बिहार ने महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल पेश की है। राज्य पुलिस में महिलाओं की भागीदारी 29 फीसदी हो गई है। जबकि पुलिस में महिलाओं का राष्ट्रीय औसत 16.05 फीसदी है। इस वर्ष राज्य में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या 24.40 प्रतिशत से बढ़कर 29 प्रतिशत के आसपास हो जाएगी।
इसकी वजह इस बार पुलिस महकमे में सिपाही से लेकर डीएसपी तक के पदों पर 65 हजार से अधिक कर्मियों की बहाली होनी है। राज्य में सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षित 35 फीसदी पदों के कारण 65 हजार में न्यूनतम 22 हजार 750 महिलाएं आएंगी।
महिला पुलिस के साथ देश में अव्वल बिहार
जिसकी वजह से इनका प्रतिशत बढ़कर 29 फीसदी से थोड़ा अधिक हो जाएगा। वर्तमान में बिहार पुलिस में महिला कर्मियों की संख्या करीब 29 हजार है, जो देश में सर्वाधिक है। इस वर्ष महिला पुलिसकर्मियों की बढ़ोतरी के बाद देशभर में फिर से बिहार पुलिस महिला कर्मियों की संख्या बल के मामले में अव्वल हो जाएगा। इस वर्ष आगामी दो महीने में बहाली की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। पहले चरण में 19 हजार कर्मियों की बहाली डायल-112 को सुदृढ़ करने के लिए की जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में आगे की बहाली होगी।
पुलिस में महिलाओं का राष्ट्रीय औसत 16.05 फीसदी
अभी पुलिस में महिलाओं का राष्ट्रीय औसत 16.05 है। यानी बिहार से 13 कम। बिहार में पुलिस वालों की कुल संख्या अभी 1.20 लाख है। फिर बड़ी संख्या में बहाली से पुलिस-पब्लिक अनुपात सुधरेगा। अभी प्रति एक हजार की आबादी पर एक पुलिस बल है। इस वर्ष 65000 बहाली से पुलिस की संख्या 1. 85 लाख हो जाएगी। इससे यह अनुपात घटकर प्रति 649 व्यक्ति पर एक पुलिस बल का होगा और प्रभावी पुलिसिंग में मदद मिलेगी। आगामी दो महीने में नई बहाली की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। जिससे बिहार पुलिस में महिलाओं की भागीदारी और भी बढ़ जाएगी।
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