वैशाली: वैशाली में एक युवक की तबीयत अचानक बिगड़ गयी। फिलहाल उसका इलाज वैशाली के प्राइवेट नर्सिंग होम में जारी है। बताया जाता है कि रजनीश मुजफ्फरपुर में रहकर पढ़ाई कर रहा था। स्कूल और कोचिंग बंद होने के कारण वह अपने घर वैशाली आया हुआ था। जहां अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसने श’राब पार्टी की थी। जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
हालत बिगड़ता देख परिजन उसे महुआ अनुमंडलीय अस्पताल ले गये जहां डॉक्टर ने उसकी गंभीर हालत देख हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टर ने सरकारी पुर्जे पर अल्कोहल प्वाइजनिंग सस्पेक्टेड लिखा और सदर अस्पताल रेफर कर दिया। आनन-फानन में रजनीश के पिता डॉ. महेश दास उसे लेकर हाजीपुर सदर अस्पताल गये।
वहां भी डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए अल्कोहल सस्पेक्टेड पॉइजनिंग लिखकर पटना रेफर कर दिया। जिसके बाद परिजन रजनीश की हालत को देख परेशान हो गये। उसे वैशाली के एक नर्सिंग होम में एडमिट कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है।
रजनीश न’शे की हालत में इतना धु’त्त था की उसने अपने हाथ को भी कई जगह ब्लेड से काट’ने का प्रयास किया। अस्पताल की बेड में रजनीश के हाथ-पैर को बांध कर रखा गया है ताकि वो खुद को नुकसान ना पहुंचाए। शरा’बबंदी वाले बिहार के वैशाली जिले में लगातार श’राब पीकर बीमार पड़ने की शिकायतें मिल रही है। रजनीश के मां-पिता उसकी हालत को देखकर काफी परेशान हैं।
रजनीश के पिता डॉक्टर महेश दास गौरौल थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि बेटे ने शरा’ब पी रखी थी। अत्यधिक श’राब पीने के कारण उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी और वह बेहोश हो गया। आनन-फानन में एम्बुलेंस के माध्यम से उसे महुआ अनुमंडलीय अस्पताल ले गये। महेश दास का आरो’प है कि महुआ अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके बेटे का इलाज नहीं किया। उसे हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जब वे उसे लेकर हाजीपुर सदर अस्पताल गये तो वहां भी किसी ने नहीं छुआ। थक हारकर उन्होंने वैशाली के एक निजी अस्पताल में बेटे को भर्ती कराया। जहां उसका इलाज जारी है।
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