नवरात्र के दौरान बक्सर जिले में असामाजिक तत्वों ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है. जिले के राजपुर प्रखण्ड स्थित सिकठी गांव में स्थित काली मन्दिर में असामाजिक तत्वों ने जमकर हंगा’मा किया और मंदिर में मां काली की पिण्डियों को उखाड़ कर इधर उधर फेंक दिया है.
इसके अलावा मंदिर के बाहर स्थापित देवी-देवताओं को भी क्ष’तिग्रस्त कर दिया गया है. इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को तो लोगों को काफी आक्रो’श देखा गया है. वहीं मामले की जानकारी मिलने पर धनसोई थाना क्षेत्र के थानेदार बिना समय गंवाए दल बल के साथ मौके पर पहुंचे ग्रामीणों से शांत रहने की अपील की. फिलहाल पुलिस इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
हथौड़े से तोड़फोड़
ग्रामीणों कहना है कि मन्दिर में तोड़ फोड़ की घट’ना को हथौड़े से अंजाम दिया गया है. बता दें कि गांव से कुछ ही दूरी पर काली मंदिर है. नवरात्र का समय चल रहा है ऐसे में अहले सुबह से ही मन्दिर में पूजा करने के लिए माता के भक्तों की भीड़ इकठ्ठा होने लगती है. शुक्रवार की सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो वहां का नजारा देख कर दंग रह गए. बेदी से मां काली के साथ- सात अन्य देवी देवताओं की पिंडिया भी उखाड़ दी गई थी.
दो आरो’पी गिर’फ्तार
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि दो दिन पहले मन्दिर में पूजा करने आई महिला के सामने एक मुस्लिम के लड़के द्वारा नंगा नाच किया गया था. इस मामले में पुलिस ने आरो’पी युवक को पकड़कर थाने ले गई थी. लेकिन किसी ने इस मामले में लिखित शिकायत नहीं की तो उसे छोड़ दिया गया था. जिसके बाद उसके परिवार ने ग्रामीणों को देख लेने की ध’मकी दी थी.
वहीं धनसोइ थाना अध्यक्ष कमल नयन पाण्डेय ने कहा कि इस मामले में सिकंदर और सौकत को गिर’फ्तार कर लिया गया है. ग्रामीणों ने आ’रोप लगाया है कि सौकत के पुत्र मुबारक अंसारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर मंदिर में तोड़फोड़ की घट’ना को अंजाम दिया है. पुलिस ने मामले की छानबीन कर हिरासत में लिए आरो’पियों से पूछताछ कर रही है.
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