बिहार में एक थानेदार को श’राब त’स्करों से सांठगांठ काफी महंगा पड़ा है. मामला जिले के कोरमा थाना से जुड़ा है जहां के थानाध्यक्ष पर ‘श’राब मा’फिया को परोक्ष रूप से मदद करने और जब्त बाइक को छोड़ देने के आरोप में एसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
शेखपुरा जिला में डीएम और एसपी की संयुंक्त कार्रवाई शराब के विरुद्ध लगातार की जा रही लेकिन इसी बीच पुलिस द्वारा ही शराब माफिया को संरक्षण देने का मामला सामने आ गया.
घटना जिले के कोरमा थाना क्षेत्र के मुरारपुर गांव से जुड़ा हुआ है. अवैध शराब ढोने में प्रयोग की जाने बाली बाइक को कोरमा थानाध्यक्ष ने पकड़ा उसके बाद छोड़ दिया गया लेकिन तभी इसकी भनक एसपी को लगी.
एसपी ने पूरे घटना की जांच करवाई जिसमें दारोगा पर लगा आरोप सत्य पाया गया. इसके विरुद्ध में कारवाई करते हुए कोरमा थानाध्यक्ष विकास कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए लाइन हाजिर का आदेश दिया गया.
एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है. जिले के कोरमा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरारपुर और घाटकुसुम्भा ब्लॉक क्षेत्र में देशी शराब बड़े पैमाने पर बिक्री हो रही है, जिसकी शिकायत लगातार ग्रामीणों द्वारा डीएम और एसपी को मिल रही थी.
गौरतलब है की इसके पूर्व भी शेखपुरा, चेवाडा, मिशन ओपी, बरबीघा थाना के दारोगा और पुलिस कर्मी कई गंभीर आरोप में निलंबित किये जा चुके हैं. शेखपुरा के डीएम सावन कुमार भी लगातार शराब को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं जिसका नतीजा है कि न्यायालय से भी शराब के धंधेबाजों को लगातार सजा हो रही है.
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