बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही हलचल बढ़ गई है. अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव किस तरह से सरकार चलाते हैं. इस बीच, बिहार के नए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर अपने समर्थकों से खास अपील की है. उन्होंने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि जश्न मनाना छोड़ें. गरीब-गुरबा को गले लगाएं और ईमानदारी से उनकी समस्याओं का समाधान करें.
बता दें कि नीतीश कुमार ने पाला बदलते हुए महागठबंधन के साथ मिलकर नए सिरे से सरकार का गठन कर लिया. नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव ने बतौर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उपमुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार वासियों को धन्यवाद दिया है.
तेजस्वी ने ट्वीट किया, ‘धन्यवाद बिहार! ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हर बिहारवासी की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं. सभी समर्थकों से आग्रह है कि जश्न मनाने के बजाय काम पर लग जाएं. गरीब-गुरबा को गले लगाएं और ईमानदारी से उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें. आइये हम सब मिलकर बिहार को और अधिक बेहतर बनाएं.’ गौरतलब है कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सबकी निगाहें नीतीश-तेजस्वी की जोड़ी पर टिकी हैं. तेजस्वी यादव इससे पहले भी उपमुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं.
धन्यवाद बिहार।
ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि हर बिहारवासी की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। सभी समर्थकों से आग्रह है जश्न मनाने की बजाय काम पर लग जाएं। गरीब-गुरबा को गले लगाए व ईमानदारी से उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें। आइये हम सब मिलकर बिहार को और अधिक बेहतर बनाएं।
कैबिनेट विस्तार पर टिकी निगाहें
एनडीए के बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार अस्तित्व में आ चुकी है. नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. फिलहाल किसी अन्य मंत्री ने शपथ नहीं ली है. बताया जा रहा है कि जल्द ही महागठबंधन सरकार की कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा. किसके हिस्से में कौन सा विभाग जाता है, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं. बताया जाता है कि तेजस्वी यादव ने कुछ विशेष विभाग की मांग की है.
प्रशासनिक बदलाव की संभावना
महागठबंधन सरकार के अस्तित्व में आते ही पुलिस और प्रशासनिक ढांचे में बदलाव की संभावना जताई जाने लगी है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी चाहेंगे कि उनकी पार्टी के खेमे में जो विभाग हैं, उनमें अफसरों की ऐसी टीम हो जो उनके मन मुताबिक हो. इतना ही नहीं कई जिलों में जिलाधिकारी से लेकर डीडीसी, एसडीओ सभी बदले जा सकते हैं. ऐसा ही हाल विभागों में डायरेक्टर से लेकर सचिव और प्रधान सचिव तक का हो सकता है. इसका आभास नौकरशाही को भी है और फिलहाल सभी वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं.
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