भारतीय क्षेत्र से सटी नेपाल सीमा के दल्लेगांव इलाके में एक पेड़ से तीन युवतियों के श’व लटके मिले। तीनों लड़कियों के श’व नो मेंस लैंड के आगे बहने वाली मेची नदी के समीप पांच सौ मीटर की दूर नेपाल में मिले हैं। तीनों युवतियां नेपाल की रहने वाली थीं।
स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद नेपाल की बनियानी पुलिस के साथ-साथ और किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पाठामारी व सुखानी थाना की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। शव जिस पेड़ पर लटका था उसके नीचे गड्ढे में पानी भरा हुआ था। काफी मशक्कत के बाद शव को फंदे से उतारा गया।
शरीर पर चो’ट के निशान
मृ’त तीन लड़कियों के शरीर पर चो’ट के निशान मिले हैं। जिससे प्रथम दृष्टया नेपाल की पुलिस इस घट’ना को ह’त्या का मामला मान रही है। नेपाल के पाठामारी ऑफिसर इंचार्ज भरत थापा का कहना है कि लड़कियों की मौ’त की सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगी। नेपाल पुलिस ने श’व को अपने क’ब्जे में लेकर नेपाल के भद्रपुर हॉस्पिटल भेजा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शव की पहचान करीना कुमारी (17) ग्राम दल्लेगांव, नेपाल, कल्पना कुमारी (15) ग्राम दल्लेगांव नेपाल, अंजली कुमारी (16) ग्राम पाठामारी नेपाल के रूप में हुई है। बताया जाता है कि मृत तीनों युवतियां एक चाय बागान में कार्य करती थी और सभी के माता-पिता एक खेतिहर मजदूर हैं।
शनिवार से गा’यब थीं लड़कियां
तीनों युवतियों के शनिवार के शाम से ही गा’यब होने की भी बात सामने आ रही है। परिजन सबकी तला’श भी कर रहे थे। रविवार की सुबह लगभग 6 बजे राह से गुजर रहे कुछ लोगों ने एक ही पेड़ पर लट’के तीन युवतियों के श’व को देखा।
सीमा पार नेपाल के अलावे भारतीय इलाके में घटनास्थल के निकटवर्ती किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड का दल्लेगांव में भी घटना की जानकारी मिलते ही सनसनी फैल गयी। देखते-देखते लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी।
बता दें कि नेपाल के जिस जगह पर घटना हुई है वहां से सटे भारतीय क्षेत्र किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड का दल्लेगांव के लोगों का भी आना-जाना और रिश्तेदारी है। दल्लेगांव और पाठामारी नेपाल में भी है और बिहार में भी है।
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