मुंबई से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर जा रहा स्पाइसजेट का बोइंग विमान रविवार को तूफा’न में फं’स गया था। इसमें सवार लगभग 40 यात्री घा’यल हो गए। इनमें से कई यात्रियों की हालत गं’भीर स्थिति में है। गनीमत इस बात की रही कि घट’ना के समय पायलट ने समझदारी दिखाते हुए विमान को रनवे पर सुरक्षित उतार दिया था। फिलहाल घाय’लों का अस्पताल में इलाज जारी है। अस्पताल में ही यात्रियों ने उस खौ’फनाक मंजर का दर्द ब’यां किया है।
दरअसल, यह घ’टना उस समय हुई थी जब पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में अचानक स्पाइसजेट का SG-945 विमान लैंडिंग के दौरान कालबैसाखी तू’फान में फं’स गया था।
दुर्घ’टना के समय स्पाइसजेट का यह विमान पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में काजी नजरूल इस्लाम हवाई अड्डे पर उतरने का प्रयास कर रहा था। उधर अस्पताल में भर्ती यात्रियों ने घ’टना के बारे में बताया तो ऐसा लगा कि यह हाल ही में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म रनवे34 जैसी ड’रावनी घ’टना घ’टी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, एक यात्री ने बताया कि लैंडिंग से आधे घंटे पहले उनको कुछ हल्के झ’टके महसूस हुए। फिर कुछ देर बाद बड़े झ’टके लगने शुरू हुए जिससे उनकी सीट भी टू’ट गई। वहीं दूसरे यात्री ने भी यही बताया कि लैंडिंग से कुछ वक्त पहले उनको झ’टके लगे। प्लेन ऊपर-नीचे हिल रहा था।
एक अन्य यात्री ने बताया कि तूफान में फं’सने के बाद सभी यात्री क्रू के आदेशों का पालन कर रहे थे। सबने अपनी सीट बेल्ट को अच्छे से बांध लिया था। लेकिन लैंडिंग इतने खत’रनाक तरीके से हुई कि कई यात्रियों की सीट बेल्ट टू’ट गई। इससे कई यात्रियों को चो’ट लगी। एक घायल महिला यात्री ने कहा कि लैंडिंग से पहले बाहर तेज बिजली कड़’क रही थी, उसी वक्त प्लेन में झ’टके लगने लगे।
हैरानी की बात यह भी है कि विमान के अंदर इतने झ’टके लगे कि कई यात्री अपनी सीट से दूर जा गिरे। अस्पताल में भर्ती एक और यात्री ने बताया कि विमान लगातार ऊपर और नीचे जा रहा था। यात्री ने बताया कि ऐसा लगा जैसे विमान प’लट जाएगा। इसी खत’रनाक हाला’त में पायलट ने किसी तरह विमान को सुरक्षित लैंड कराया।
ख़बरों के मुताबिक, दस यात्रियों की हाल’त गं’भीर है लेकिन वे ख’तरे से बाहर हैं। उधर घट’ना के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं कि तूफान में विमान कैसे फं’स गया। स्पाइसजेट ने इस दुर्भा’ग्यपूर्ण घ’टना पर खेद व्यक्त किया है और कहा कि घा’यलों की हर संभव मदद की जा रही है।
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