बिहार के भागलपुर में गुरुवार की आधी रात जब लोग गहरी नींद में जा चुके थे, अचानक हुए जोरदार धमा’के की आवाज से भूकं’प जैसे झ’टके ने लोगों को दह’शत में ला दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, शहर के काजवली चक इलाके में गुरुवार रात करीब 11.30 बजे ब’म फ’टने से चार घर ढ’ह गए। इनके मल’बे में लोग अब भी फं’से हुए हैं। इन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है। विस्फो’ट में 11 लोग गं’भीर रूप से घाय’ल हुए व दर्जनों मौ’त की खबर सामने आई हैं। पुलिस को म’लबे से 5 किलो बा’रूद और काफी संख्या में लो’हे की की’लें मिली हैं।
बताया जा रहा है कि यहां प’टाखे बनाने के लिए विस्फो’टक रखा गया था। सवाल उठता है कि घनी आबादी के बीच पटा’खे बनाने का काम कैसे चल रहा था? इससे भी हैरानी की बात यह है कि यहां पहले भी धमा’का हो चुका था।
स्थानीय लोगों के मुताबिक शब-ए-बारात के लिए घर में ब’म बनाया जा रहा था, जिसको लेकर ये ब्ला’स्ट हुआ है।
काजवलीचक मोहल्ले के जिस जगह गुरुवार की रात विस्फो’ट हुआ। उसी जगह 2008 में भी विस्फो’ट हुआ था। विस्फो’ट की घ’टना में तीन लोगों की मौ’त हुई थी। कई लोग घाय’ल भी हुए थे।गुरुवार को घट’ना के बाद पहुंचे लोग पूर्व में हुई घट’नाओं की चर्चा कर रहे थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछली बार भी इसी तरह का वि’स्फोट होने से पूरा मोहल्ला द’हल गया था। दीपावली के आसपास घ’टना हुई थी। घट’ना को लेकर प्राथमिकी भी द’र्ज करायी गयी थी। यह कोतवाली थाना से मात्र कुछ दूरी पर ही मुख्य सड़क के बगल में है। वि’स्फो’ट की दो घ’टना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थी। लोगों का कहना है कि यहां ग’लत काम होता है। इसके चलते विस्फो’ट की घ’टनाएं हो रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार वे लोग पुलिस से इसकी शिका’यत कर चुके थे, लेकिन कभी कोई ऐक्श’न नहीं लिया गया। लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन ने समय रहते ऐक्शन लिया होता तो आज इतनी बड़ी तबा’ही नहीं होती।
हाद’से के बाद मौके पर पहुंचे डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि प्राथमिक जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि परिवार पटा’खा बनाने के काम में जुटा था। 2-3 मकान ध्व’स्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि आगे की जांच की जा रही है। ब’म डिस्पो’जल टीम और एफएसएल टीम निरीक्षण में जुटी है। बुलडो’जर से मल’वा हटा’ने का काम जारी है।
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