Omicron वैरिएंट का आगमन कहाँ से हुआ है? इसपर वैज्ञानिकों की खोज निरंतर चल रही हैं, जिसकी थ्योरी में यह आया हैं की यह वैरिएंट चूहों से आया हैं ऐसा अनुमान लगाया गया हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह खतरनाक और संक्रामक वैरिएंट नॉन ह्यूमन एनिमल स्पीसीज से आया है। रोडेंट (Rodent) यानी चूहों से, हालांकि रोडेंट में कई अन्य जीव भी आते हैं।
एक मीडिया संस्थान द्वारा यह खबर प्रकाशित की गई हैं कि ओमिक्रॉन (Omicron) की ओरिजिन तब हुई होगी जब किसी चूहे को पिछले साल के मध्य में कोरोना का संक्रमण हुआ होगा। कई जीवों में म्यूटेशन करने के बाद कोरोना वायरस के इस नए बदले हुए वैरिएंट ने इंसानों को संक्रमित किया होगा। इस पूरी प्रक्रिया को रिवर्स जूनोसिस कहते हैं।
विस्तार करते हुए रिर्वस जूनोसिस को समझने के लिए पहले जूनोसिस क्या होता है ये जानना जरूरी हैं, जूनोसिस मतलब जानवरों से इंसानों में आने वाली बीमारी, जबकि इंसानों से जानवरो में वायरस का जाना। वहां फिर से अपना रूप बदलना यानी म्यूटेशन करना और उसके बाद वापस इंसानों को संक्रमित करना। जिसे ही रिवर्स जूनोसिस कहा गया हैं। जानकारी के अनुसार, स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के इम्यूनोलॉजिस्ट क्रिस्टियन एंडरसन कहते हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट कई वैरिएंट्स के म्यूटेशन के बाद बना है। इसमें खुद 30 से ज्यादा म्यूटेशन हुए हैं। इसलिए पूरी तरह से संभव है कि यह रिवर्स जूनोसिस की प्रक्रिया से होकर गुजरा हो।जिसके बाद किसी इंसान में ये वायरस आया हो सकता हैं। क्योंकि इस ओमिक्रॉन वायरस (Omicron Virus) में 32 म्यूटेशन सिर्फ उसकी बाहरी कंटीली परत पर बताई गई हैं।
तुलेन मेडिकल स्कूल (Tulane Medical School) में माइक्रोबायोलॉजी और इम्यूनोलॉजी के प्रोफेसर रॉबर्ट गैरी कहते हैं कि ओमिक्रॉन में 32 में से 7 ऐसे म्यूटेश है जो चूहों को संक्रमित कर सकते हैं। जबकि, कोरोना वायरस के पहले वैरिएंट अल्फा (Alpha) में कुल सात म्यूटेशन ही हुए थे। हालांकि रॉबर्ट गैरी इस बात को लेकर अब भी दुविधा में है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) जानवरों से निकला या फिर इंसानों में विकसित हुआ।अब तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा गया हैं।
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