दरभंगा : पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और बिस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल का विवाद कम होने के बजाय गहराता ही जा रहा है। रविवार को दरभंगा पहुचे बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने एक बार फिर जीतनराम मांझी पर हमला किया।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पर श्रीराम का अस्तिव नहीं मानने का आरोप लगाते हुए मांझी को दूसरे धर्म के बारे में ऐसी ही टिप्पणी करने की चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा की मांझी जी में हिम्मत है तो दूसरे धर्म पर भी कुछ बोलें। उनके खिलाफ फतवा जारी हो जाएगा। उनका घर से उनका बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाएगा।
बचौल इतने पर ही नहीं रूके। उन्होंने मांझी जी को अपना नाम भी बदलने की सलाह दे डाली। उन्होंने कहा कि वे अपने नाम से राम हटा कर राक्षस रख लें। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर मांझी जी के पिता ने जीतन राम मांझी क्यों रखा, आखिर जीतन राक्षस मांझी क्यों नहीं रखा।
उन्होंने मुख्यमंत्री रहते जीतनराम मांझी के एक मंदिर में पूजा के बाद मंदिर धोने के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि जीतनराम मांझी ने खुद उनके साथ देश के विभिन्न बड़े मंदिरों में जाकर पूजा पाठ की, लेकिन कही न तो उन्हें मंदिर में जाने से रोका गया और न ही कहीं उनके पूजा के बाद मंदिर धोया गया।
उन्होंने आक्रोशित लहजे में कहा कि कई जगहों पर दलित-महादलितों पर अत्याचार हुआ, लेकिन मांझी जी मौन रहे। यहाँ तक कि जब सरकार के मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी की बात हुई तो भी अपने ही रिश्तेदार को आगे किया। किसी दूसरे दलित महादलित की याद उन्हें नहीं आई।
अन्त में उन्होंने कहा कि मांझी जी वोट पॉलीटिक्स के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। लेकिन, उनके ऐसे बयान के बाद भी उनका वोट बैंक बढ़नेवाला नहीं है। हां, उनका कुछ वोट कम जरूर हो जाएगा।
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