पटना समेत पूरे बिहार में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के सभी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, कुछ लोगों की जा’न भी जा चुकी है। ऐसे में जरूरी है कि इस बीमारी की जल्द पहचान की जाए, ताकि पी’ड़ित को जल्द इलाज मिल सके।
डेंगू से पी’ड़ित शख्स का प्लेटलेट काउंट तेजी से गिरने लगता है। बुखार के अलावा शरीर में दर्द की शिकायत भी होती है। आइए जानते हैं कि डेंगू के लक्षण क्या हैं और इस बुखार की पहचान कैसे करें।
डेंगू के लक्षण
डेंगू से पी’ड़ित मरीजों को अचानक तेज बुखार आता है। फिर सिर में दर्द शुरू होता है। मांसपेशियों और जोड़ों में भी दर्द होने लगता है। बुखार लगातार रहता है, जी घबराता है और उल्टी आती है। स्वाद का पता नहीं चल पाता है, भूख भी नहीं लगती। शरीर पूरी तरह कमजोर हो जाता है। ऊपर के भाग में दाने उभर आते हैं। खून के चकते भी उभरने लगते हैं। बच्चों में भी कमोबेश डेंगू के ये ही लक्षण हैं, लेकिन बड़ों की अपेक्षा कम होते हैं।
हालांकि, ऊपर दिए गए सभी लक्षण साधारण डेंगू बुखार के हैं। कुछ लोगों को खतरनाक डेंगू बुखार भी होता है, जिसे डीएचएस और डीएसएस कहते हैं।
डीएसएस में चमड़ी पीली पड़ना, नाक और मुंह से खून निकलना, प्लेटलेट्स काउंट कम होना, गला सूखना और सांस में तकलीफ जैसे लक्षण नजर आते हैं। वहीं, डीएसएस में साधारण डेंगू के लक्षणों के अलावा ब्लड प्रेशर कम होना, नब्ज कमजोर होना, चमड़ी का ठंडा पड़ना, पेट में तेज दर्ज जैसे लक्षण दिखते हैं।
अगर किसी व्यक्ति को 4-5 दिनों से बुखार है और ऊपर दिए गए लक्षण शरीर में दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। डेंगू की जांच करवाएं और सटीक इलाज लें। डेंगू बुखार भले ही साधारण हो या खत’रनाक, सभी का इलाज संभव है।
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