महान स्वतंत्रता सेनानी और गैर-समझौतावादी धारा के प्रखर क्रांतिकारी शहीद बैकुंठ शुक्ल के शहादत दिवस के अवसर पर AIDSO के जिला कार्यालय, मोतीझील, मुजफ्फरपुर में श्रद्धांजलि सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद बैकुंठ शुक्ल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद संगोष्ठी हुई।

AIDSO बिहार राज्य अध्यक्ष कामरेड विजय कुमार ने कहा कि शहीद बैकुंठ शुक्ल ने अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरुद्ध बिना किसी समझौते के संघर्ष किया और एक शोषणमुक्त समाजवादी समाज की स्थापना के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि जात-पात, ऊँच-नीच, सांप्रदायिकता और क्षेत्रीयता के विरुद्ध उनका जीवन संघर्ष आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


AIDYO के पूर्व राज्य अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि वर्तमान में पूंजीवाद और साम्राज्यवाद का चेहरा फासीवादी रूप ले चुका है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संकट गहराता जा रहा है।


उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना जैसे कदम समस्याओं का समाधान नहीं, बल्कि ध्यान भटकाने का माध्यम बनते जा रहे हैं। ऐसे में शहीद बैकुंठ शुक्ल को याद करने का वास्तविक अर्थ है—सशक्त जन आंदोलन का निर्माण।


कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे AIDSO जिला अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मानी जाएगी जब हम शिक्षा, संस्कृति और मानवता की रक्षा के लिए दीर्घकालिक छात्र आंदोलन को खड़ा करें।


मौके पर AIDSO के पूर्व जिला अध्यक्ष अर्जुन कुमार, जिला कमिटी सदस्य रूपा कुमारी, अभिषेक कुमार, अली अख्तर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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