रेलवे ने इस साल शाही लीची को दूसरे प्रदेशों को भेजने के लिए विशेष तैयारी की है. दिल्ली, मुंबई सहित अन्य शहरों में 2000 टन लीची भेजने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए रेलवे ने पवन एक्सप्रेस के साथ-साथ छह अतिरिक्त ट्रेनों में 24 टन क्षमता वाली पार्सल वैन जोड़ी है.

रेलवे का कहना है कि पिछले वर्ष अत्यधिक गर्मी व कम उत्पादन के चलते केवल 689 टन लीची ही भेजी जा सकी थी. पवन एक्सप्रेस के माध्यम से 31 दिनों तक प्रतिदिन 24 टन लीची मुंबई भेजी जायेगी.


पवन एक्सप्रेस में 10 दिन लूज रेल पार्सल बुकिंग होगी और बाकी दिन लीज बुकिंग की सुविधा होगी. इस प्रकार अकेले इस ट्रेन के जरिए 744 टन लीची का परिवहन होगा.मुंबई के अलावा, दिल्ली और अहमदाबाद जैसे प्रमुख बाजारों के लिए सभी उपलब्ध ट्रेनों के माध्यम से लीची भेजे जाने की योजना है.


लीची व्यापारियों के लिए दी गयी विशेष सुविधा:
1. मुजफ्फरपुर में डेडीकेटेड लीची पार्सल ऑफिस बनाया गया है.
2. इस लीची ऑफिस में लीची को धूप से बचने के लिए सेट का निर्माण किया गया है.
3. व्यापारियों और किसानों के लिए शेड का निर्माण 4. लीची किसानों एवं व्यापारियों को पेयजल की सुविधा.


5. यूपीआई पेमेंट की सुविधा
6. पैकिंग और लोडिंग के लिए पर्याप्त जगह
7. पार्सल ठेला और गाड़ियों को विशेष परमिट.
8. लीची पार्सल को स्कैनिंग शुल्क में रियायत


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