RANCHI : केवाइसी अपडेट का मैसेज भेजकर झारखंड के जामताड़ा जिला के साइबर क्रि’मिनल्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के वकील को झ’टके में 11 लाख रुपये का फ’टका लगा दिया. इस सिलसिले में गुजरात पुलिस ने झारखंड से ऑनलाइन ठ’गी करने वाले दो लोगों को गिर’फ्तार किया है. इनके नाम अजय मंडल और कुंदन मंडल हैं.ये दोनों अपने सर’गना गोविंद मंडल के लिए काम करते हैं. गोविंद मंडल गिरिडीह जिला के गेस्को गांव का रहने वाला है. अहमदाबाद पुलिस के साइबर क्रा’इम सेल की क्रा’इम ब्रांच ने गुजरात हाइको’र्ट के एक वकील के खाते से 11 लाख रुपये उ’ड़ाने के आ’रोप में दो लोगों को जामताड़ा से गिर’फ्तार किया.
साइबर क्रा’इम सेल ने अप’राध में इस्तेमाल किये गये मोबाइल फोन की टेक्निकल एनालिसिस की और उसी आधार पर क्रि’मिनल्स तक पहुंचे. जांच के दौरान साइबर सेल के अधिकारियों को पता चला कि अपराधी गिरिडीह और जामताड़ा जिला से ठ’गी के खे’ल को अंजा’म दे रहे हैं. इसके बाद गुजरात पुलिस के साइ’बर सेल की एक टीम ने जामताड़ा में द’बिश दी और दो लोगों को गिर’फ्तार कर लिया. गुजरात पुलिस ने इनकी कार्यशैली के बारे में भी खु’लासा किया. बताया कि ऑनलाइन ठ’गी करने वाले जामताड़ा के ये शा’तिर केवाइसी (नो योर कस्टमर यानी अपने ग्राहक को जानें) के नाम पर लोगों को अपना शि’कार बनाते हैं.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जब लोग अपना विवरण इन्हें बताते हैं, तो उसी दौरान ये लोग गिफ्ट वाउचर तैयार कर लेते हैं. इस गिफ्ट वाउचर को गोविंद मंडल के सहयोगी अजय मंडल और कुंदन मंडल साइबर ट्रांजै’क्शन प्लेटफॉर्म पर भु’ना लेते हैं और इसके बाद आपस में पैसे बां’ट लेते हैं. इनके ट्रांजै’क्शन का चेन इतना पेची’दा होता है कि आमतौर पर पुलिस उसमें उल’झकर रह जाती है और अपरा’धियों तक पहुंच नहीं पाती. ऐसे बहुत से मामले हैं, जिसमें लोगों से ठ’गी की गयी, लेकिन मामले का खु’लासा नहीं हो पाया.
जामताड़ा में 20 दिन रहकर सुल’झाया के’स
गुजरात हाइकोर्ट के एडवोकेट से हुई ठ’गी के मामले को सुल’झाने के लिए गुजरात पुलिस की 10 लोगों की टीम को 20 दिन तक जामताड़ा में रहना पड़ा. तब जाकर यह मामला सु’लझा. इस टीम में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और 8 कॉन्सटेबल शामिल थे. पुलिस ने बताया कि 22 मई, 2020 को गुजरात हाइको’र्ट के एडवोकेट धवल नानावटी ने एक के’स द’र्ज करवाया. उन्होंने बताया कि साइबर क्रिमि’नल्स ने उनके पेटीएम और बैंक अकाउंट से 10,95,261 रुपये उड़ा लिये हैं.
शिका’यतकर्ता वकील ने पुलिस को बताया कि किसी अनजा’न नंबर से एक मैसेज आया. कहा गया कि अपना केवाइसी डिटेल अप’डेट करें. जिस नंबर से मैसेज भेजा गया था, एडवोकेट धवल नानावटी ने उस नंबर पर फोन किया. जैसे ही उन्होंने उस नंबर पर फोन किया, उसके कुछ ही देर बाद उनके खाते से पैसे उ’ड़ा लिये गये. गुजरात पुलिस ने कहा कि मैसेज भे’जने के बाद साइबर क्रि’मिनल्स उनके खाते के ‘ऑनलाइन वेरिफिकेशन’ की फि’राक में थे. जैसे ही नानावटी ने कॉल किया, ऑनलाइन ठ’गी करने वाले गि’रोह ने उनके बैंक अकाउंट को खा’ली कर दिया.
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