पटना: रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम की बदहाल व्यवस्था पर किरकिरी होने के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक्शन मोड में आ गए हैं। नीतीश सरकार इस स्टेडियम का पुनर्विकास कराएगी और इसे वर्ल्ड क्लास बनाएगी। तेजस्वी यादव ने बुधवार को मोइन-उल-हक स्टेडियम के पुनर्विकास एवं नवनिर्माण की समीक्षा की। उन्होंने विश्वस्तरीय स्टेडियम के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। साथ ही अधिकारियों को दो हफ्ते में डीपीआर का काम पूरा कर आगे की कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद बताया कि मोइन-उल-हक स्टेडियम में विश्व स्तरीय स्टेडियम का निर्माण होगा। इसमें स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, फाइव स्टार होटल, रेस्टोरेंट, बेहतर ड्रेनेज सिस्टम, पार्किंग व्यवस्था, पटना मेट्रो कनेक्टिविटी के साथ-साथ अन्य विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। उपमुख्यमंत्री ने इन कार्यों की रूपरेखा तय करने के लिए जल्द डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया है।बता दें कि पिछले दिनों इस स्टेडियम में बिहार और मुंबई की टीम ने रणजी ट्रॉफी मैच खेला था। उस दौरान सोशल मीडिया पर स्टेडियम की बदहाली की तस्वीरें वायरल हो गई थीं। बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे। वायरल फोटोज के अनुसार स्टेडियम का स्कोर बोर्ड जर्जर हालत में है। बाउंड्री के बाहर कूड़ा पड़ा हुआ है। दर्शकों के बैठने के लिए उचित व्यवस्था नहीं है।
मोइन उल हक स्टेडियम में पिछले दिनों करीब 23 साल बाद रणजी ट्रॉफी मैच खेला गया। मुंबई टीम में अजिंक्य रहाणे, धवल कुलकर्णी जैसे स्टार क्रिकेटर भी पटना पहुंचे थे। इस मैच में मुंबई ने बिहार की टीम को पारी और 51 रनों से मात दी। हालांकि, खिलाड़ियों के साथ ही दर्शकों ने मोइन-उल-हक स्टेडियम की बदहाली पर चिंता जाहिर की। बताया जा रहा है कि बीते 45 साल से इस स्टेडियम का रेनोवेशन नहीं हुआ है। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में लंबे समय से चल रही गुटबाजी भी इसकी प्रमुख वजह है। अब बिहार सरकार ने इस स्टेडियम को वर्ल्ड क्लास बनाने का फैसला लिया है।
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