सूर्य जब दक्षिणायन से उत्तरायण हो तो मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। मकर संक्रांति का सीधा सा अर्थ होता है सूर्य के ताप में परिवर्तन। ऐसे में हर साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। लेकिन, कई बार इस तिथि में परिवर्तन भी हो जाता है।
ऐसे में बता दें कि इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को है। 15 जनवरी को मकर संक्रांति के लिए शुभ समय सुबह 8 बजकर 42 मिनट के बाद से लेकर संध्या 3 बजकर 6 मिनट तक पुण्य काल में होगा।
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते हीं वह दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं। ऐसे में सभी तरह के मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। इस दौरान शादी विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, उपनयन जैसे मांगलिक कार्यों का प्रारंभ हो जाता है. 14 जनवरी को इस बार मसांत होगा. इस समय सूर्य धनु राशि में होगा।
15 जनवरी को सूर्य मकरे यानी मकर राशि में होंगे. इस दिन विशेष तौर पर शिक्षा ग्रहण करने का भी महत्व बताया गया है. इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग सबसे खास बताया गया है।
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