पटना: बिहार में डेंगू की स्थिति भयावह होते जा रही है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में डेंगू के 289 नए मामले सामने आए हैं। इसमें अकेले पटना में ही 100 मामले मिले हैं. पटना में अब डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 1249 हो गई है. इस साल अब तक डेंगू के 4457 मामले सामने आए हैं जिसमें सिर्फ सितंबर महीने में ही डेंगू के 4182 मामले मिले हैं. भागलपुर, सिवान, जमुई, औरंगाबाद, सारण, मुंगेर जैसे प्रदेश के सभी जिलों में भी डेंगू के मामले देखने को मिल रहे हैं।
प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एडमिट डेंगू मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश के 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में डेंगू के कुल 252 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. इसमें अकेले भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 127 मरीज एडमिट हैं. वहीं पटना के चारों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 63 मरीजों का इलाज चल रहा है।
राजधानी पटना में स्थित पीएमसीएच में 27, आईजीआईएमएस में 15, एम्स में 10, और एनएमसीएच में 11 मरीज एडमिट हैं. डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए चिकित्सक लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग संयुक्त रूप से डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव पर विशेष बल दे रहे हैं।
पटना में बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए वरिष्ठ डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने लोगों से अपील किया है कि डेंगू से बचने के लिए अपने घर के आसपास कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें. डेंगू में शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए प्रचुर मात्रा में पानी पिए और इलेक्ट्रोलाइट का सेवन करें. घर से बाहर निकले तो फुल स्लीव का कपड़ा पहन कर निकले और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
डेंगू के मामले बढ़ने पर राजधानी पटना में राज्य डेंगू नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जो 24 घंटे मरीजों की सहायता के लिए उपलब्ध है. डेंगू कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर 0612-2951964 स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किया गया है. यहां एक कॉल पर लोग अस्पतालों में उपलब्ध बेड से लेकर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
Be First to Comment