पटना: राज्य में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लेकिन, इसके बाबजूद तेजस्वी खुद कभी किसी अस्पताल के निरिक्षण करने नहीं निकल रहे हैं। वहीं, राजधानी में निगमकर्मी भी हड़ताल पर चले गए। ऐसे में राजधानी में गंदगी का अंबार लगना लगभग तय है।
दरअसल, बिहार में डेंगू का प्रकोप थमता नहीं दिख रहा है। राज्य में शुक्रवार को 371 नए डेंगू मरीज मिले। केवल सितम्बर में ही डेंगू मरीज की संख्या 3558 हो गई। जबकि इस साल अब तक कुल 3883 मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पटना में सबसे अधिक 70 मरीज मिले। इसके अलावा भागलपुर में 45, वैशाली में 27, बेगूसराय में 25, मुंगेर व पूर्वी चम्पारण में 18-18 मरीज मिले है।
राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में अभी 273 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें सबसे अधिक भागलपुर मेडिकल कॉलेज में 126 का उपचार हो रहा है। अन्य मेडिकल कॉलेजों में एम्स पटना में 14, आईजीआईएमएस पटना में 18, पीएमसीएच में 24, एनएमसीएच पटना में 11, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में 15, डीएमसीएच दरभंगा में चार, एएनएमसीएच गया में 22, जीएमसी बेतिया में तीन, जीएमसी पूर्णिया में छह, मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में दो और विम्स पावापुरी में 28 मरीज भर्ती हैं।
वहीं, पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के आह्वान पर सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी है। इससे शहर में गंदगी पसरने लगी है। सड़क के किनारे और गली-माेहल्लों के नुक्कड़ पर कचरे के ढेर दिखने लगे हैं। बारिश के चलते बदबू भी फैलने लगी है। वहीं, निगम प्रशासन यूनियन के आगे झुकने के मूड में नहीं है। ऐसे में डेंगू का मामला बढ़ने की पूरी संभावना नजर आ रही है।
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