राजधानी पटना के खुदा बख्स लाइब्रेरी के सभागार में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मदरसा शिक्षा में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की बात कही। और कहा कि मदरसों में आईटी, कंप्यूटर विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई होनी चाहिए। मदरसा शिक्षा के विकास में राजभवन भी सहयोग करेगा, इसके लिए संयुक्त प्रयास की जरूरत है।
इस सेमिनार का विषय ‘मदरसा शिक्षा व्यवस्था- दायित्व या संपत्ति है। आर्लेकर ने कहा कि कुछ लोग मदरसा को लेकर गलत बयानी करते हैं, ऐसे में हम लोगों की जिम्मेदारी है कि मदरसों में छात्रों को उत्कृष्ट और आधुनिक शिक्षा देकर ऐसा उदाहरण पेश करें, कि बोलने वालों की बोलती बंद हो जाए। हाल ही में राज्यपाल ने पटना विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य में शिक्षा का माहौल और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा संबंधी प्राधिकारों को समन्वय के साथ काम करने पर जोर दिया। उन्होंने 106 साल पुराने पटना विश्वविद्यालय के नवीनीकृत सीनेट हॉल का लोकार्पण किया था। राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर आर्लेकर अपने विचार प्रकट करते रहते हैं। हाल ही में उन्होने सभी विश्वविद्यालयों को सेशन सुचारू करने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होनें नई शिक्षा नीति की खूबियों को गिनाया था।
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