पटना: बिहार के पूर्व सीएम एवं हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के मुखिया जीतनराम मांझी महागठबंधन से अलग होकर नई राजनीतिक संभावनाएं तलाशने के लिए दिल्ली दौरे पर निकल पड़े हैं। नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात होने की बात कही जा रही है। मांझी दिल्ली पहुंच गए हैं, लेकिन शाह से मिलने का अभी टाइम तय नहीं हुआ है। HAM सुप्रीमो अभी दो-तीन दिन दिल्ली में ही रुकेंगे और बीजेपी के बुलावे का इंतजार करेंगे। मांझी की एनडीए में जाने पर डील कितनी मजबूत होगी यह वेटिंग टाइम पर निर्भर करेगा।
बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान मांझी की बीजेपी के साथ डील फाइनल हो सकती है। हालांकि जीतनराम मांझी तीसरे मोर्चे पर विचार करने की बात भी कह चुके हैं। HAM सुप्रीमो जीतनराम मांझी सोमवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलने के बाद पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उनके बेटे एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन भी साथ रहे। राज्यपाल को उन्होंने महागठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने से संबंधित लेटर सौंपा। मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि वे दिल्ली दौरे में विभिन्न पार्टी के नेताओं से मुलाकात करके आगे की संभावनाओं के बारे में देखेंगे।
मांझी को समय कब देंगे अमित शाह?
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अभी तक जीतनराम मांझी को मिलने का समय नहीं दिया है। जबकि मांझी की पार्टी HAM की ओर से चार दिन पहले ही यह मीटिंग होने का दावा कर दिया था। हालांकि, बीजेपी के बुलावे से पहले मांझी को दिल्ली में कितना टाइम इंतजार करना पड़ेगा इस पर सबकी नजर रहेगी। महागठबंधन छोड़ने के बाद मांझी के पास सबसे मुफीद विकल्प एनडीए है। उनका बीजेपी के साथ जाने के पूरे कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, डील अभी तय नहीं हुई है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जीतनराम मांझी को बीजेपी की ओर से थोड़ा इंतजार कराया जा रहा है। महागठबंधन छोड़ने के बाद से HAM एनडीए में जाने को बेताब है, लेकिन बीजेपी चित और पट दोनों अपने पास रखना चाहती है। इसलिए शाह और मांझी की मुलाकात का समय तय नहीं हुआ है। दरअसल, मांझी अपने महादलित वोटबैंक के आधार पर बीजेपी के साथ मजबूत डील करना चाहते हैं। लेकिन बीजेपी मांझी को थोड़ा इंतजार करवा रही है, ताकि मांझी बेताब हो जाएं और बीजेपी अपने मनमुताबिक फॉर्मूले पर उन्हें गठबंधन में शामिल कर लें।
एनडीए में आने पर क्या डील होगी?
कयास लगाए जा रहे हैं कि अमित शाह से मुलाकात के दौरान मांझी की एनडीए में जाने की संभावनाओं पर बात होगी। चर्चा है कि बीजेपी उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में एक सीट ऑफर कर सकती है। इसके अलावा जीतनराम मांझी को राज्यपाल बनाने का ऑफर भी दे सकती है। हालांकि, अभी तक न तो बीजेपी और न ही HAM की ओर से इस बारे में कोई खुलासा किया गया है। कहा ये भी जा रहा है कि मांझी की बीजेपी से बात नहीं बनी तो, वे तीसरे मोर्चे की संभावनाओं की भी तलाश करेंगे।
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