एक तरफ पटना में बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा में लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ उनका विरोध भी हो रहा है। पटना में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री को पोस्टर फाड़े गए, तो कहीं कालिख पोती गई। इन सबके बीच बाबा बागेश्वर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा कि भले ही पोस्टर फाड़ सकते हैं, लेकिन लोगों के दिल से नहीं निकाल सकते हैं। आपको बता दें आज यानी बुधवार बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा का आखिरी दिन है।
लोगों के दिल से कैसे निकालोगे- बाबा बागेश्वर
पटना में असामाजिक तत्वों ने बाबा बागेश्वर के पोस्टर पर अशब्द लिखे थे। और पोस्टर फाड़े गए थे। जिसका जवाब बाबा बागेश्वर ने दिया है। और कहा कि चाहे पोस्टर फाड़ो, या कालिख पोतो, लेकिन मुझे लोगों के दिल से कैसे निकालोगे। पोस्टर पर कालिख पोतने का बीजेपी ने जोरदार विरोध किया था। वहीं आरजेडी और तमाम सियासी दलों ने बाबा के पोस्टर पर कालिख पोतने की आलोचना की थी। हालांकि कि बाबा के पोस्टकर पर कालिख पोतने वाले और अपशब्द लिखने वाले का वीडियो वायरल हो गया है। लेकिन शख्स की पहचान नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।
बाबा के दरबार में बेहोश हुए थे लोग
आपको बता दें बागेश्वर धाम सरकार की हनुमंत कथा के दूसरे दिन लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे थे। जिसके चलते कथास्थल पर अफरातफरी मच गई थी। कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। वहीं महिलाओं और बच्चे बेहोश गए थे। जिसके बाद कथा को बीच में रोकना पड़ा था। और बाबा ने लोगो ने दिव्य दरबार में कम से कम आने की अपील की थी। और टीवी पर कथा सुनने की बात कही थी। जिसके बाद बीजेपी ने बिहार सरकार पर लापरवाही बरतने और इंतजाम में ढिलाई देने का आरोप मढ़ा था।
हनुमंत कथा पर सियासत
बाबा बागेश्वक की हनुमंत कथा में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के कथा में नहीं जाने पर बीजेपी ने बिहार सरकार पर तुष्टीकरण करने का आरोप मढ़ा था। गिरिराज सिंह ने कहा था कि ये लोग इफ्तार में जाते हैं. क्योंकि वहां वोट मिलता है। कथा में आकर क्या करेंगे। वहीं तेजस्वी ने कहा था कि हम लोग वहां जाते हैं, जहां जनता का भला हो। बिहार में बाबा बागेश्वर पर सियासी रार अभी भी जारी है। भले ही उनका बिहार प्रवास आज खत्म हो रहा हो।
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