भागलपुर: भागलपुर में तैनात महिला कांस्टेबल नीतू कुमारी (23) ने रेलवे क्वार्टर में फं’दे से ल’टकर जा’न दे दी है. वह झारखंड के मधुपुर की रहने वाली थी और शादी पिछले साल ही हुई थी. हालांकि, आरपीएफ को जब उनके पति द्वारा फोन से सूचना मिली तो वह नीतू को बचाने के लिए क्वार्टर पहुंचे लेकिन, तबतक देरी हो चुकी थी. आरपीएफ जवानों को श’व फंदे से लट’का मिला. बावजूद, इसके आनन-फानन में महिला कांस्टेबल को लेकर जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने मृ’त घोषित कर दिया।
आरपीएफ के एसआइ एसके सिंह ने बरारी पुलिस को लिखित देकर आगे की कार्रवाई पूरी करने का अनुरोध किया. आरपीएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने बताया कि महिला कांस्टेबल भागलपुर आरपीएफ पोस्ट पर तैनात थी और वह कार्य के प्रति हमेशा एक्टिव रहती थी. उनके पति से फोन पर सूचना मिली कि वह आत्मह’त्या करने जा रही है. वह अपनी पत्नी को बचा लेने का अनुरोध कर रहा था. तभी उसे बचाने के लिए जवानों को उनके क्वार्टर पर भेजा मगर, इससे पहले कि जवान वहां पहुंचकर उसे बचाता, उससे पहले ही वह फं’दे से लटक चुकी थी।
मायागंज अस्पताल लेकर जाने पर डॉक्टरों ने मृ’त घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि महिला कांस्टेबल के घरों को सूचना दे दी गयी है. घरवाले भागलपुर के लिए निकल गये हैं. रात तक भागलपुर पहुंच जायेंगे. पोस्टमार्टम के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है।
आत्मह’त्या करने से महिला कांस्टेबल ने अपने पति से फोन पर बात की थी. बताया जाता है कि वह अपने पति से कही थी कि बहुत परेशान कर लिए आप..अब नहीं कर सकेंगे. मैं जा रही हूं जा’न देने. पति ने तुरंत भागलपुर आरपीएफ पोस्ट पर फोन कर इसकी सूचना दिया था. इधर, यह भी बताया जाता है कि वह आत्मह’त्या के लिए फेसबुक पर लाइव हुई थी.
आरपीएफ की सूचना पर महिला कांस्टेबल नीतू कुमारी के घरवाले मायागंज अस्पताल पहुंचे और बेटी का श’व देखकर परिवार बिलख उठा. नीतू के पिता चिंतामणि चौधरी ने लड़का पक्ष के दो-तीन लोगों पर आरोप लगाया. चिंतामणि ने बताया कि उनकी बेटी को साजिश के तहत प्रताड़ित किया गया, जिससे बेटी ने आत्महत्या कर ली. यह आत्महत्या नहीं बल्कि उसकी हत्या है.
परिजनों ने बताया कि वह केस दर्ज करायेंगे. बेटी की शादी जसीडीह काेढ़ाडीह में हुई थी. उनके पति का नाम प्रशांत दीप है. शादी के समय में लड़का बोला था इंजीनियर है. शादी के बाद वह ड्यूटी पर जाता ही नहीं था, तो पता चला कि कोई नौकरी नहीं है. पहले भी धम’की मिल चुकी थी. ससुराल में भी बेटी के साथ मा’रपीट करने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि उसकी साइकिल की दुकान है. कोरोना काल में दुकान बंद रहने लगी थी, तो सब्जी बेचकर गुजर-बसर करता था.
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