करोड़ों की टैक्स चो’री समेत अन्य अनियमितताओं को लेकर आयकर विभाग ने ‘श्री गोविंदा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी के मालिक राजीव कुमार सिंह उर्फ गब्बू सिंह और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की। पटना में गब्बू सिंह के बोरिंग कैनाल रोड स्थित कनक बृज अपार्टमेंट में उनके आवासीय फ्लैट के अलावा शिवपुरी समेत 20 स्थानों तथा दिल्ली, नोएडा एवं गाजियाबाद में कंपनी के ठिकानों पर देर रात तक तलाशी चलती रही। पटना में मौजूद रिपब्लिक होटल भी गब्बू सिंह का ही है, यहां भी आयकर की टीम ने घंटों जांच की।
दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद और नोएडा में भी गब्बू सिंह ने करोड़ों की संपत्ति ले रखी है। इसमें प्लॉट और अपार्टमेंट भी शामिल हैं। इनकी खरीद में लगाये गये पैसे के स्रोत की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में इसमें बड़े स्तर पर कालाधन के निवेश की बात सामने आयी है। इन संपत्तियों से जुड़े कागजातों में भी गड़बड़ी सामने आई है। गब्बू सिंह की नजदीकी और संपर्क बिहार के कई कद्दावर नेताओं से बताए जाते हैं।
गब्बू सिंह की कंपनी में उनके पार्टनर संतोष कुमार सिंह और मुन्ना सिंह समेत अन्य के अलग-अलग ठिकानों को भी खंगाला गया है। इन सभी स्थानों से अब तक 50 लाख कैश के अलावा लाखों की ज्वेलरी समेत बड़ी संख्या में निवेश के कागजात बरामद हुए हैं। भारी तादाद में मिले आभूषणों का मूल्यांकन आयकर टीम कर रही है। आधा दर्जन बैंक लॉकरों को भी सील कर दिया गया है। फिलहाल बरामद सभी कागजातों की जांच चल रही है और जांच प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि कितने की टैक्स गड़बड़ी की गयी है। अब तक हुई जांच में करोड़ों की टैक्स चोरी की बात सामने आयी है। हालांकि आयकर विभाग के अधिकारी इस मामले में कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इस कंपनी के समूह में कैमे कंस्ट्रक्शन, मां विन्धवासिनी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं।
फर्जी बिल के आधार पर करोड़ों का टैक्स गबन
गोबिंदा कंस्ट्रक्शन कंपनी का सालाना टर्न ओवर करीब 150 करोड़ है, लेकिन फर्जी तरीके से इससे कहीं अधिक की लेनदेन कर करोड़ों की टैक्स चोरी की है। टर्नओवर के मुकाबले कंपनी का लाभ काफी कम करके दिखाया गया है। कई दस्तावेज मिले हैं, जिसमें कंपनी का लाभ वास्तविक दस्तावेज में दिखाये आंकड़े से काफी अलग है। कई छोटी कंपनियों से फर्जी बिल के आधार पर करोड़ों का निवेश कागज पर हुआ है। इन छोटी कंपनियों को करोड़ों रुपये कैश देकर इनसे फर्जी बिल लेकर इसे लेजर में दिखा दिया है। इससे टैक्स चोरी की गयी है। कालाधन को सफेद करने की कवायद इस जरिये करने के प्रमाण मिले हैं।
करीबी कॉन्ट्रैक्टर्स पर छापेमारी
गोबिंदा कंस्ट्रक्शन कंपनी रियल एस्टेट के अलावा बड़े स्तर पर सरकारी कार्य भी करती है। इसमें सिंचाई और आपदा विभाग से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट भी शामिल हैं। इनमें कई कार्य कंपनी ने पेटी कांट्रैक्ट पर दूसरी छोटी कंपनियों को भी दिया है। इसमें अरविंद कुमार सिंह, साहनी कंस्ट्रक्शन कंपनी समेत अन्य के नाम शामिल हैं। इन सभी के यहां भी आयकर की छापेमारी हुई है। इन सरकारी कार्यों में भी बड़े स्तर पर धांधली बरती गयी है और टैक्स देने में काफी हेर-फेर की गयी है। इससे जुड़े काफी सबूत बरामद किये गये हैं।
आयकर विभाग ने शुक्रवार को गब्बू सिंह के कई ठिकानों के अलावा उनके सहयोगियों के ठिकानों की भी छानबीन की है। छानबीन में टैक्स की व्यापक पैमाने पर चोरी के सबूत हाथ लगे हैं। गब्बू सिंह से संबंधित कई अन्य ठेकेदारों पर भी जल्द ही आयकर विभाग एक्शन ले सकता है। आयकर विभाग ने छापेमारी में हुई कुल रिकवरी की अब तक पुष्टि नहीं की है।
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