बगहा में एक ला’श के दो दावेदार सामने आए हैं। एक ने श’व को पति का श’व बताया तो दूसरे ने भाई का श’व बताया है। इसके बाद पुलिस की चिंता बढ़ गई है। दरअसल, 27 जुलाई को बगहा रेलवे स्टेशन के पास खेत में क्षत-विक्षत अवस्था में पुलिस ने श’व को जब्त किया था।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम अनुमंडलीय अस्पताल बगहा कराया। इसके बाद 72 घंटे तक शव को पहचान के लिए अस्पताल में रख दिया गया। हालांकि, इस मामले में अब तक चार लोगों को जेल हो चुका है।
इसी बीच 28 जुलाई को श’व का शिनाख्त करते हुए रामनगर थाना के पचरुखिया गांव निवासी सुगंधी देवी ने बताया कि मृतक सुरेंद्र राय 40 मेरे पति हैं। मृ’तक के पत्नी के पहचान के बाद पुलिस श’व को कब्जे में लेते हुए पति और उसके परिजनों को सौंप दिया।
इधर पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों पर अपहरण कर हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। इस मामले में कामेक्षा साह पत्नी सुखरानी देवी और पुत्री को पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। जबकि मुख्य आरोपी धनंजय साह और विपिन साह अब तक फरार चल रहे हैं।
29 जुलाई की सुबह पहुंचा दूसरा दावेदार
इधर, सेमरा थाना स्थित बंगाली कॉलोनी निवासी वरुण कुमार हलदर 29 जुलाई को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। लेकिन उसके पहले ही सुगंधी देवी शव को ले जा चुकी थी। वरुण ने बताया कि शव के कपड़े से भाई का ही शव प्रतीत हो रहा है। हालांकि शव को लेने के लिए वरुण रामनगर के पचरुखिया पहुंचा। लेकिन तब तक शव को जला दिया गया था।
मामले में रामनगर एसडीपीओ सत्यनारायण राम ने बताया कि दोनों शवों की दावेदारी दो परिवारों के द्वारा किया जा रहा है। पहचान के लिए दोनों परिवारों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। डीएनए टेस्ट आने के बाद ही मामले का उद्भेदन हो पाएगा।
दोनों ही दोस्तों के साथ निकले थे घर
परिजनों का कहना है कि सेरामनगर थाना स्थित पचरुखिया निवासी सुरेंद्र राय (40) अपने दोस्त धनंजय साह के साथ 20 जून के शाम को घर से रामनगर के लिए निकला था। लेकिन 2 दिनों तक जब नहीं पहुंचा तो लोगों ने तलाश शुरू कर दिया। वहीं बंगाली कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय करण कुमार 22 जुलाई को अपने दोस्त रंजीत के साथ घर से निकला था। लेकिन वापस नहीं आया। इस बीच रंजीत करण के परिजनों से बताया कि करण शायद बाहर कमाने के लिए चला गया है। रंजीत ने बताया कि मेरे साथ बाइक पर घर से निकला था, लेकिन रेलवे स्टेशन के पास उतर गया। इधर, शव मिलने के बाद करण के परिजनों ने हंगामा शुरू किया। हंगामा को शांत करने के लिए पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
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