बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वर्ष 2016 में ही 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिर जो धार्मिक न्यास परिषद से जुड़े हुए हैं, उनकी चहारदीवारी के निर्माण का काम शुरू किया। इनमें अब तक 295 मंदिरों की चहारदीवारी बन गई है।
इस काम के पूरा होने के बाद चहारदीवारी के लिए उन सभी मंदिरों का सर्वेक्षण कराया जाएगा, जहां श्रद्धालु पूजा करने पहुंचते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह बात गुरुवार को ब्रम्हेश्वर नाथ मंदिर के सौनंदर्यीकरण के शिलान्यास के बाद कही। 8.75 करोड़ की लागत से बक्सर के ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने रिमोट से किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरों की घेराबंदी होने से श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। साथ ही मंदिर की जमीन अतिक्रमणमुक्त रहेगी और मंदिर परिसर से किसी वस्तु के चोरी होने का भय भी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि सावन के महीने में सुल्तानगंज से जल लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा धाम जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। हम पहले वहां जाते रहते थे।
रघुनाथपुर स्टेशन का नाम अब ब्रह्मेश्वर नाथ स्टेशन होगा
सीएम ने कहा कि झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह व झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश डॉ. एसएन पाठक से मुलाकात के क्रम में इस बात पर भी चर्चा हुई कि बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के नजदीक स्थित रघुनाथपुर स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ रेलवे स्टेशन किया जाए।
इसके लिए राज्य सरकार प्रस्ताव भारत सरकार को भेजेगी और हम केंद्रीय मंत्री से भी बात करेंगे। भरोसा है कि रघुनाथपुर स्टेशन का नामकरण बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के नाम पर हो जाएगा।
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