बिहार के नवादा जिले में नीतीश कुमार की भाई के साले ने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अपह’रण कर लिया। नीतीश के परिवार ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई। उसी रात भाई के साले ने अपनी साली से जबर’न शादी करा दी। पुलिस ने नीतीश को बरा’मद कर लिया, लेकिन कुछ देर बाद दूल्हन के साथ नीतीश की फोटो आ गई।
तीन साल पहले पकड़ौआ विवाह पर जबरिया जोड़ी नाम की फिल्म आई थी। इसमें एक डायलॉग था- जोड़ियां तीन तरह से बनती हैं। हिम्मत वालों की अरेंज जोड़ी, किस्मत वालों की लव जोड़ी और दहेज मांगने वालों की जबरिया जोड़ी। लेकिन हर बार दहेज इसके पीछे कारण नहीं होता है।
1970 के बाद तेजी से बिहार में पकड़ौआ विवाह होने लगे। हालांकि वर्ष 2000 के बाद इसमें कमी आने लगी, लेकिन पूरी तरह से बंद नहीं हुए। इस साल मई महीने भी पकड़ौआ विवाह के दो मामले आ चुके हैं। 2020 से अब तक 50 से अधिक पकड़ौआ विवाह सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हुए। इससे कई गुना मामले सामाजिक दबाव में थाने तक आए ही नहीं।
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