बिहार में 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। गेहूं के समर्थन मूल्य में इस बार 40 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि की गई है। बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने गुरुवार को बताया कि रबी विपणन मौसम 2022-23 में गेहूं की खरीदी 20 अप्रैल से पूरे राज्य में पंचायत स्तर पर पैक्सो और प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडल के माध्यम से प्रारंभ की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में न्यूतम समर्थन मूल्य 2015 रूपये प्रति कुंतल की दर से गेहूं खरीदी होगी। पिछले सीजन की तुलना में इस साल गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रूपये प्रति कुंतल का वृद्धि की गई है। पहले 1975 रुपया प्रति कुंतल खरीद होती थी, इस बार बढ़ाकर 2015 रुपया कर दिया गया है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और किसानों को काफी फायदा होगा।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार का हमेशा प्रयास रहा है कि किसानों को उनकी फसलों का उचित समर्थन मूल्य मिले। सरकार किसानों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
मंत्री ने बताया कि कृषि विभाग में निबंधित किसान कृषि विभाग के पोर्टल पर भूमि से संबंधित और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को दर्ज करने के बाद गेहूं बेच सकेंगे। मंत्री ने कहा कि जिनकी अपनी रैयती जमीन है वो तो अधिकतम 150 क्विंटल गेहूं बेच सकते हैं लेकिन जिनकी अपनी खेत नहीं है और बटायदारी खेती करते हैं वो 50 कुंतल गेहूं बेच सकते हैं। ये गरीब बटाईदार किसानों को बहुत बड़ी राहत भरा कदम है।
मंत्री ने किसानों से अपील किया है कि सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर ही पैक्स और व्यापार मंडल को अपना गेहूं बेचे और अपने फसलों का उचित दाम पायें और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के इस फैसले का लाभ उठाये। किसी बिचौलिये के चंगुल में आकर इधर-उधर अपना फसल नहीं बेचें। मंत्री ने पैक्सों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों की गेहूं खरीदी में किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अनियमितता उजागर होने पर पैक्स के साथ साथ संबंधित पदाधिकारियों पर क़ानूनी कार्रवाई की जायेगी।
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