कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने एक बार फिर सभी देशो को चिंता में डाल दिया हैं। इस वैरिएंट का असर सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में देखा गया था।भारत में अभी तक इस वैरिएंट का असर नहीं आया हैं। लेकिन WHO के द्वारा यह जानकारी प्राप्त हुई है की इस ओमिक्रॉन वैरिएंट का प्रकोप लगभग 23 देशों में फैल चुका हैं।
WHO ने आशंका जताते हुए कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अभी कई देशों में फैल सकता है। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को डेल्टा वैरिएंट से भी घातक बताया है।भारत में अभी तक इस वैरिएंट का एक भी केस नहीं देखा गया हैं।इस बात की जानकारी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसूख़ मांडविया ने बताया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत में ना आ पाए जिसके लिए हर संभव कोशिश कि जा रही हैं।इसके साथ ही, स्टेशन और एयरपोर्ट्स पर कड़ी नज़र राखी जा रही हैं।बोत्सवाना, साउथ अफ्रीका, बेल्जियम, होन्ग कोन्ग, इजरायल, ब्रिटेन, नीदरलैंड, ब्राजील, कनाडा, सऊदी अरब, स्वीडन, स्पेन, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, चेक रिपब्लिक, ऑस्ट्रेलिया, इटली और अमेरिका जैसे देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की एंट्री हो चुकी है। भारत अब तक इस वैरिएंट से अछूता रहा है।लेकिन इसके बावजूद भी भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई संदिग्ध केस आ चुके हैं। 1 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर लंदन और एम्स्टर्डम से आए चार लोग कोविड पॉजिटिव मिले थे। इन सभी मरीज को एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है और जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए इनके सैम्पल भेजे गए हैं।केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए एडवाइजरी की है। इसके साथ ही पोर्ट्स और एयरपोर्ट्स पर कड़ी नजर रख रही है। संदिग्ध कोरोना केसों का जीनोम सिक्वेंसिंग कराया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से कोविड गाइडलाइंस को पालन करने की अपील की है।
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