लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने बिहार सरकार की शराबबंदी को नौटंकी बताया है। उन्होंने इसे पूरी तरह से फेल करार दिया है।
चिराग ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है। यह अधिकारियों की अवैध कमाई का साधन बन चुका है। उन्होंने सरकार पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है। चिराग पासवान शुक्रवार को पश्चिम चंपारण जिले के नौतन प्रखंड के तेल्हुआ गांव पहुंचे थे।
यहां पर उन्होंने जहरीली शराब पीकर मरने वाले 16 लोगों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने सभी के परिजनों से भेंट की और उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। कहा कि बिहार सरकार जहरीली शराब के कारण लोगों की हो रही मौतों की जिम्मेवार है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि बिहार सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है। मुख्यमंत्री नलजल योजना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने जहरीली शराब से प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। कहा कि अगर सरकार इस मांग को पूरा नहीं करती है कि पूरे प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
चिराग पासवान ने बताया कि जहरीली शराबकांड वाले गोपालगंज, पश्चिम चंपारण और मुजफ्फरपुर जिलों के मृतकों के आश्रितों से मिलने के लिए आए हैं । सबसे पहले वे गोपालगंज के मोहम्मदपुर पहुंचे। इसके बाद पश्चिम चंपारण के नौतन आए हैं।
नौतन में लोगों से मुलाकात करने के बाद वे मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो गये। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब बेचने और पीने वाले काफी सक्रिय हैं। इस दौरान चिराग पासवान ने मतदाताओं को भी साधने का प्रयास किया। कहा कि हमसे व्यक्तिगत तौर पर जितना बन सकेगा, वह जरूर करेंगे। मृतक के आश्रितों को पारिवारिक लाभ एवं अन्य सुविधाएं मिले , इसके लिए अधिकारियों से बात हो रही है। लेकिन, जब तक आपलोग साथ नहीं देंगे। हमारी ताकत नहीं बढ़ेगी, तब तक बहुत कुछ संभव नहीं है।
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