मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल रहा। हड़ताल के कारण 18 जिलों में खुले बैंक के 1032 शाखायें, 14 क्षेत्रीय कार्यालय एवं प्रधान कार्यालय बंद रहा। हड़ताल के कारण काम काज ठप रहने से बैंक को लगभग 5 हजार करोड़ का घाटा हुआ।
कलमबाग चौक स्थित प्रधान कार्यालय परिसर में पांच सूत्री मांगों को लेकर उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिर्स एवं इम्पलाईज एसोसिएशन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिर्स के महासचिव विकाश कुमार चांद एवं इम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव फिरदौस आलम ने बताया कि पांच सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल किया गया है।
जिसमें बैंक के लगभग 3200 कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने आंदोलन में हिस्सा लिया। हड़ताल के कारण 18 जिलों में खुले बैंक के 1032 शाखायें, 14 क्षेत्रीय कार्यालय एवं प्रधान कार्यालय बंद रहा। वहीं शाखायें बंद रहने से लगभग 5 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ।
पांच सूत्री मांगों में भारत सरकार से ग्रामीण बैंेक का 50 प्रतिशत राशि मिलती थी। अब मिलने वाली राशि प्रायोजक बैंक को अंतरित करने का प्रस्ताव आया है।जिसका एसोसिएशन ने कड़ा विरोध कर रही है।
सर्वोत्तम ग्राहक सेवा के लिए मिश्रा कमिटी पर आधारित सभी पदों पर नयी भर्ती करने, प्रायोजक बैंक के समान पदोन्नति करने, 11वां वेतन समझौता लागू करने, 8 वे ज्वाइंट नोट के सभी लाभ और सुविधाओं को लागू करने, दैनिक वेतनभोगी को नियमित करने, अनुकंपा नियुक्ति की योजना को लागू करने आदि शामिल है।
इस अवसर पर आयोजित सभा को सम्बोधित करने वालों में अजीत कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार श्रीवास्तव, विनांद कांत यादव, अशोक कुमार यादव, अजय कुमार सिंह, मुकेश कुमार, रवि कुमार, विमल कुमार सिन्हा आदि शामिल थे।
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