भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय के अवर सचिव नदीम अहमद ने मंगलवार को बच्चों को भविष्य बनाने का तरीका सिखाया। श्री अहमद जिले के प्रसिद्ध केएनएस पब्लिक स्कूल, कुशहर पहुंचे थे।
उन्होंने बच्चों को अपना भविष्य बनाने के लिए खुद को देश में मौजूद संसाधनों के समुचित उपयोग करने का गुर सिखाया।
जैसे ही अवर सचिव का विद्यालय में आगमन हुआ विद्यालय प्रबंधन के चेयर पर्सन सविता सिंह उनके पति अखिलेश कुमार सिंह ने उनका भव्य स्वागत किया। विद्यालय प्रबंधन द्वारा के एन एस पब्लिक स्कूल की लाइब्रेरी, प्रयोगशाला ,कंप्यूटर कक्ष, खेल ग्राउंड तथा बच्चों को पढ़ने का कक्ष का भी निरीक्षण कराया गया।
अवर सचिव ने कहा कि आप बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं। सभी बच्चों को एक तरह की शिक्षा मिल जाए यह संभव नहीं है। पर यह चैलेंज जरूर है अपने प्रतिभाओं को निखारने के लिए शिक्षक द्वारा दिए गए टास्क को कंप्लीट करना पड़ेगा ही।
बच्चों को समझाते हुए कहा है कि शिक्षा को विकास की रीढ़ माना जाता है। शिक्षा इंसान को इंसान बनाती है, मनुष्य को हर घड़ी बेहतर से बेहतर बनाती है ।शिक्षा से हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है , हमें सही और गलत अच्छे और बुरे के बीच अंतर करने के लिए आवश्यक अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। शिक्षा हमें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन कराती है।
उन्होंने बच्चों ,शिक्षको एवं विद्यालय प्रबंधन को संबोधित करते हुए कहा है कि तमाम प्रयासों के बावजूद विभिन्न सामाजिक ,सांस्कृतिक, आर्थिक परिस्थिति और प्रशासनिक कारणों से बच्चों को शिक्षित करना सरकार के लिए चुनौती रही है।
केंद्र और राज्य सरकार दोनों को प्रयास रहा है कि हर बच्चे तक शिक्षा का लाभ पहुंच सके, गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने की दृष्टि से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कई विद्यालयों को संचालन किया जा रहा है ,इसके अलावा समग्र शिक्षा, मध्यान्ह भोजन ,छात्रवृति जैसे योजनाएं देश में शिक्षा के उत्थान की पहल को काफी हद तक शक्ति प्रदान कर रही है।
अवर सचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्पष्ट आह्वान को भी बच्चों के समक्ष रखा है तथा बताया है कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास को बल प्रदान करने में आप बच्चों का अहम रोल होना चाहिए। तथा शिक्षा प्राप्त करने के लिए चैलेंज को स्वीकार करना ही होगा। तभी आप और हम मिलकर देश को विकसित करेंगे। और भारत को समृद्ध राष्ट्र बनाने का प्रयास करेंगे।
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