उफ ! ये गर्मी जान ले लेगी क्या. अभी यह हाल है तो मई जून में क्या होगा. हर कोई के जुबान से यह शब्द निकल रहे थे. गर्मी का सितम अब बर्दाश्त से बाहर होने लगा है.

इस सीजन में पहली मर्तबा मंगलवार के बाद बुधवार को मोतिहारी शहर व गंवई बाजार को जोड़ने वाली की सड़कों, ऑफिस और भवनों से दवंक यानी आंच निकलती महसूस हुई. 39 से 40 डिग्री सेल्सियस के साथ पारा 2025 के टॉप पर पहुंच गया.


पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने की वजह से गर्मी का ये रौद्र रूप देखने को मिला है. पूरे दिन गर्म हवा भी 5-15 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही थी. सड़क धधक उठी. बाइक से चलने वाले को पिच से निकलने वाली आंच चेहरे को झुलसा रही थी.



कपड़े से लोग मुंह को ढक कर बाहर निकले. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. घरों में भी लोग बेचैन रहे. उमस भरी गर्मी ने सबको परेशान कर दिया. लोग कह रहे हैं कि बैशाख में यह हाल है, तो अभी जेठ पूरी बाकी है.


Be First to Comment