पटना: बीजेपी के खिलाफ देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी मुहिम को तेज कर दिया है। इसी मुहिम को धार देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कोलकाता पहुंचे है। मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत नीतीश के अन्य करीबी नेता कोलकाता पहुंचे हैं। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोष एयरपोर्ट पर नीतीश के पहुंचने पर टीएमसी के नेताओं ने उनका स्वागत किया और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नीतीश और तेजस्वी दीदी से मुलाकात के लिए एयरपोर्ट से रवाना हो गए।
दरअसल, एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ जाने के बाद से ही नीतीश बीजेपी के खिलाफ देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में जुटे हुए हैं। नीतीश बार-बार कह रहे हैं कि उन्हें कोई लालसा नहीं है और ना ही वे पीएम पद के दावेदार ही हैं। कई ऐसे मौके आए जब नीतीश ने पीएम बनने की बात से तौबा किया हालांकि नीतीश हालांकि उनके पार्टी के नेता और गठबंधन के लोग नीतीश को लगातार पीएम पद का प्रवल दावेदार बता रहे हैं।
एनडीए से अलग होने के बाद नीतीश दिल्ली पहुंचे थे और राहुल गांधी समेत विपक्ष के अन्य नेताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान लालू और नीतीश कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करने पहुंचे थे लेकिन कांग्रेस की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं होने के बाद वे वापस पटना लौट आए। इसी बीच में नीतीश की मुहिम उस वक्त और भी धीमी पड़ गई थी जब कांग्रेस के बड़े लीडर ने राहुल गांधी को पीएम पद का विपक्ष का उम्मीदवार बता दिया था।
अब जब राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म हो गई है और कांग्रेस को लग रहा है कि नीतीश ही उसकी नैया पार लगा सकते हैं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जु खड़गे ने विपक्षी एकता के लिए नीतीश के दिल्ली बुलाया और वहां राहुल गांधी की मौजूदगी में मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद नीतीश फिर से एक्टिव हो गए हैं और पूरे देश में विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में फिर से लग गए हैं। इसी मुहिम के तहत नीतीश और तेजस्वी कोलकाता पहुंचे हैं, जहां वे ममता बनर्जी को रिझाने की कोशिश करेंगे।
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