मुजफ्फरपुर : सुबह से शाम तक किसान का इंतजार, लेकिन बोहनी पर भी आफत। पहले दिन 75 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई, फिर क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसर गया। औराई विशुनपुर गोखुल पैक्स के अध्यक्ष राहुल शाही की ङ्क्षचता बनी हुई है। उनकी चिंता भी जायज है। क्योंकि किसान नहीं आ रहे हैं। गेहूं क्रय नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिप्राप्ति केंद्र 24 अप्रैल से ही खुला हुआ है, परंतु किसान गेहूं लेकर नहीं आ रहे हैं।
कारण यह कि सरकारी मूल्य 2,015 रुपये प्रति क्ंिवटल है। बाजार मूल्य इससे ज्यादा है। सरकार के पास पैक्स संघ के तरफ से समर्थन मूल्य में वृद्धि या बोनस देने हेतु प्रस्ताव भेजा गया है। अगर सरकार द्वारा इस पर सकारात्मक निर्णय लिया जाता है तभी अधिप्राप्ति हो सकती है। मुशहरी के किसान ने कहा कि सरकार से ज्यादा दाम बाजार का है। यूक्रेन-रुस युद्ध के बाद से अचानक बाजार में गेहूं की कीमत बढ गई है।
गेंहू क्रय को लेकर सहकारिता विभाग की ओर से लक्ष्य 48 हजार एमटी की खरीद का था, लेकिन खरीद केवल 75 क्विंटल पर ही अटक गया है। विभाग की ओर से जिले में 279 सेंटर बनाए गए हैं। केवल दो सेंटर पर ही खरीदारी हो पाई, वह भी पहले दिन। उसके बाद किसान नहीं आ रहे है।
जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि जिले में गेहं क्रय के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 14 करोड 39 लाख की राशि आवंटित की गई है। बताया कि राशि की कमी नहीं हो इसके लिए जो पैक्स या व्यापार मंडल चिह्नित है उन्हें प्रति सेंटर 11 लाख 68 हजार700 रूपए मिले हैं। शर्मा ने कहा कि अब बाजार का दाम जब कम होगा तभी किसान सरकारी सेंटर पर आएंगे।
जानकारी के अनुसार इस बार जिले में गेहूं की बेहतर उपज हुई है। सहकारिता विभाग को उम्मीद है कि जिले में इस बार तीन लाख 70 हजार 356 एमटी गेहूं का उत्पादन होगा। इससे लक्ष्य पूरा हो जाएगा। पिछली बार 21 हजार एमटी गेहूं खरीदारी का लक्ष्य था। इस बार इसे बढ़ाकर 48 हजार एमटी किया गया है। पिछली बार गेहूं खरीद के लिए 321 पैक्स व नौ व्यापार मंडलों को चयनित किया गया था। इसमें 2,888 किसानों से 15 हजार 356 एमटी गेहूं खरीद की गई थी। इस बार अबतक गेहूं खरीद के लिए 279 समितियों को चयनित किया जा चुका है। इसमें पैक्स व पांच व्यापार मंडल शामिल हैं। सबको राशि भी दी गई है।
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