बिहार वासियों के लिए अच्छी खबर है। अब पावर कट की परेशानी में कमी आ जाएगी। राज्य के औरंगाबाद जिले के नवीनगर में रेल बिजली घर बनकर तैयार हो चुका है। इसका प्रारंभिक ट्रायल भी हो चुका है।
एनटीपीसी और भारतीय रेल की इस संयुक्त कंपनी भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड (बीआरबीसीएल) की अंतिम यूनिट से बिहार को शिघ्र बिजली मिलने लगेगी। यहां उत्पादित होने वाली 250 मेगावाट बिजली में से बिहार को 25 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी।
इससे पहले नवीनगर प्लांट की तीन यूनिटों का निर्माण पूरा हो चुका अब। अब इसकी चौथी और अंतिम यूनिट भी तैयार हो गयी है। 250 मेगावाट क्षमता के इस बिजली घर में बिहार को 10 फीसदी हिस्सेदारी दी गई है।
जानकारी हो कि यूनिट फोर के चालू होने का टारगेट जून में ही तय था। लेकिन, कोरोना के कारण इसके निर्माण में थोड़ी देरी हो गई। अब इस अंतिम यूनिट का भी निर्माण पूरा ही चुका है। इसके साथ ही रेल बिजली घर की चारों यूनिटें तैयार हो गई हैं। 1000 मेगावाट क्षमता के इस बिजली घर से बिहार को 100 मेगावाट बिजली मिलनी है।
जानकारी हो कि औरंगाबाद में बीआरबीसीएल की 250-250 मेगावाट क्षमता की चार यूनिटें स्थापित की गई हैं। इसकी तीन यूनिटें पहले ही चालू हो चुकी थीं, जिनसे बिहार को उसके कोटा के अनुरूप 10 फीसदी अर्थात 75 मेगावाट बिजली मिल रही है। अब नवीनगर रेल बिजली घर से 25 मेगावाट और बिजली मिलने से बिहार का कोटा बढ़ जाएगा।
बाढ़ से 401 मेगावाट बिजली की सप्लाई के पहले बरौनी से भी बिहार को 250 मेगावाट की आपूर्ति इसी महीने शुरू हुई है। लेकिन अब बाढ़ से 401 मेगावाट, बरौनी से 250 मेगावाट और रेल बिजलीघर से 25 मेगावाट के बाद बिहार के कोटे में 676 मेगावाट की बढ़ोतरी हो जाएगी।
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