सकरा प्रखंड के मझौलिया गांव निवासी मो इस्तेयाक (18) की दिल्ली में हुए दो पक्ष के हमले में बीचबचाव करने पर गंभीर रूप से घायल हो गया था. इलाज के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गयी. वह मझौलिया गांव निवासी मो इस्लाम का पुत्र था.

पोस्टमार्टम के बाद दिल्ली से शुक्रवार को शव गांव लाया गया. इसके बाद गांव में मातम पसर गया. परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. सूचना पर लोगों की भीड़ जुट गयी.


पूर्व पंसस भोला राम, मुखिया उषा देवी, समाजसेवी जवाहर लाल सिंह, रमेश यादव आदि लोगों ने परिजन से मिलकर सांत्वना दी. उसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को दफना दिया.


परिजन ने बताया कि मो इस्तेयाक दिल्ली में काम सीखने गया था. काम के दौरान दो पक्ष आपस में धारदार हथियार लेकर भिड़ गया था. इस दौरान वह बीचबचाव करने गया था.


इसी दौरान एक पक्ष ने धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.

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