PATNA (ARUN KUMAR) : पटना के बेऊर जे’ल में पिछले ढाई साल से बं’द कु’ख्यात सोना लु’टेरा सुबोध सिंह बड़ा ही शा’तिर है. सोना लू’ट मामले में बंद सुबोध सिंह पर सुपा’री लेकर बंगाल के बीजेपी नेता के ह’त्या के आ’रोप लग रहे हैं. जां’च के दौरान इस सा’जिश का खु’लासा हुआ है की भारतीय जनता पार्टी के नेता मनीष शुक्ला के ह’त्या की सा’जिश के ता’र बिहार के बेउर जे’ल में बंद सोना लु’टेरा सुबोध सिंह से जुड़ा है. इस मामले में गिर’फ्तार दोनों आरो’पियों ने इसका खु’लासा किया है.
नालंदा जिले का निवासी अंतरराज्यीय कु’ख्यात सोना लु’टेरा करीब एक दशक से अप’राध की दुनिया में स’क्रिय रहा है. इसका सॉफ्ट टार’गेट सोना रहा है. खासकर मल्लपुरम गोल्ड फाइनेंस, मुत्थुट फाइनेंस और अन्य कई नामी कंपनियों का सोना उसके नि’शाने पर था. यही वज’ह रही है कि वह अब तक छह राज्यों क्रमश पश्चिमी बंगाल, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, जयपुर, राजस्थान और महाराष्ट्र में करीब 150 किलो से अधिक सोना लू’ट चुका है.
सुबोध ने 2017 में ही केवल कोलकाता के बैरकपुर, राजस्थान के जयपुर और नागपुर स्थित मणिप्पुरम गोल्ड व मुत्थूट फाइनांस में सोना लूटकांड को अंजाम देकर करीब सवा सौ किलोग्राम सोने की लू’ट की थी. बताया जाता है कि सुबोध सिंह ने जयपुर स्थित मणिप्पुरम गोल्ड से 32 किलो सोना, कोलकाता के बैरकपुर से मुत्थूट फाइनां’स से 28 किलो सोना, नागपुर में मुत्थूट फाइनां’स से 27 किलो सोना के अलावा बंगाल के आसनसोल से भी 26 किलो सोने की लू’ट की थी. महाराष्ट्र पुलिस ने सुबोध सिंह की पत्नी जान्हवी को भी गिर’फ्तार किया था. लेकिन ओडिशा की रहने वाली जान्हवी जमा’नत पर जे’ल से छू’टने के बाद राघोपुर में एक नियो’जित शिक्षिका के रूप में काम कर रही है.
सबसे आ’श्चर्य की बात तो यह है कि देश के विभिन्न राज्यों में घूम-घूमकर सोना लू’टने वाले सुबोध सिंह के खि’लाफ बिहार पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं थी. दरसअल, बिहार में वह ऐसे कां’ड नहीं करता था. जनवरी 2018 में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त मुठभे’ड़ में उसे पटना के रुपसपुर थाना क्षेत्र के राम जयपाल सिंह यादव नगर से गिर’फ्तार किया गया था, जबकि उसके दो साथी मौके पर ही ढे’र हो गये थे. कुख्यात सुबोध को तत्कालीन आईजी ऑपरेशन कुन्दन कृष्णन ने रूपसपुर इलाके से मुठभे’ड़ के बाद करीब 5 करोड़ मूल्य के सोने के साथ ध’ऱ दबो’चा था. उसके पास से भारी मात्रा में सोना बरा’मद हुआ था. गिर’फ्तारी के बाद से सुबोध बेऊर जे’ल में है.
कोलकाता में भाजपा नेता और स्थानीय पार्षद मनीष शुक्ला ह’त्याकां’ड में उसका नाम सामने आने से एक बार फिर से उस पर पुलिस का शिकं’जा क’सना शुरू हो गया. बंगाल पुलिस ने भी इस मामले में सुबोध से पू’छताछ करने की को’शिश की है. संभव है वह सुबोध को ट्रां’जिट रि’मांड पर लेकर जा भी सकती है. बेऊर जे’ल के सुपरिटेंडेंट सत्येंद्र सिंह ने कहा कि बंगाल पुलिस सुबोध से पू’छताछ करने आई थी. उनके पास न्या’यालय का कोई काग’जात नहीं था, सो उन्हें को’र्ट ऑ’र्डर के साथ आने को कहा गया है.
सीआइडी को जां’च में पता चला था कि पटना की बेऊर जे’ल में बैठकर सुबोध सिंह ने ही मनीष शुक्ला की ह’त्या की सा’जिश रची थी. सूत्रों से मिली बड़ी जानकारी के मुताबिक, मनीष शुक्ला ह’त्याकां’ड की स्क्रिप्ट पश्चिम बंगाल में लिखी गई थी, लेकिन इसे अम’लीजा’मा पहनाने का काम बेउर जे’ल में किया गया और बंगाल के एक राजनीतिक दल से जुड़े नेता ने सुबोध सिंह को डेढ़ करोड़ रुपए की सुपा’री दी थी.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बेउर जे’ल में बं’द कु’ख्यात सोना लू’टकां’ड का आरो’पी सुबोध सिंह ने को इसकी सुपा’री मिली थी और उसने अपने गुर्गों से मनीष शुक्ला की ह’त्या करवाई. बताया जाता है कि इस ह’त्याकां’ड में दो सुपा’री कि’लर शामिल थे और ह’त्याकां’ड में मुंगेर निर्मित पि’स्टल का इस्ते’माल किया गया था.
बंगाल के 24 परगना जिले के टीटागढ़ में बीते चार अक्टूबर को बाइक सवार दो अपरा’धियों ने मनीष शुक्ला की गो’ली मा’रकर ह’त्या कर दी थी. छह अक्टूबर को कोलकाता पुलिस ने दो लोगों को मामले में गिर’फ्तार किया था. साथ ही घट’नास्थल से एक मुंगेर निर्मित पि’स्टल भी बरा’मद किया गया था. मामले में गिर’फ्तार मो. खुर्रम और गुलाब शेख की गिर’फ्तारी के बाद यह साफ हो गया था कि मनीष की ह’त्या के लिए शू’टर दूसरे राज्य से आए थे. वहीं मुंगेर निर्मित पि’स्टल को लेकर भी छा’नबीन शुरु हुई. पुलिस ने दोनों से क’ड़ाई से पू’छताछ की तब सुबोध का नाम सामने आया.
पटना सेंट्रल रेंज, आईजी संजय सिंह ने बताया कि बंगाल पुलिस बेऊर जे’ल में बं’द सोना लु’टेरे सुबोध से पू’छताछ करने आयी थी. को’र्ट का आ’देश नहीं होने पर जे’ल प्रशासन ने बंगाल पुलिस को आरो’पी से पू’छताछ करने की इजा’जत नहीं दी. आरो’पी की संलि’प्तता भाजपा नेता ह’त्याकां’ड में रही है या मामला कुछ और है, बंगाल पुलिस ही स्प’ष्ट बता सकती है.
15 किलो सोने के गहने हुये थे बरा’मद
जनवरी 2018 में एसटी’एफ और पुलिस की संयुक्त मुठभे’ड़ के दौरान प’कड़े गये सोना लु’टेरा सुबोध के पास से 15 किलो सोने का जेवर, 1 लाख 35 हज़ार रुपए नगद, एक लग्ज़री कार, एक बाइक और हथि’यार बरा’मद हुआ था. उसकी गिर’फ्तारी की सूचना पर राजस्थान पुलिस भी पटना आई थी और पू’छताछ के बाद वापस चली गई थी. प’कड़े जाने के बाद पुलिस की पू’छताछ में सुबोध ने अपने गु’र्गों के बारे में पुलिस को कई चौं’काने वाली जानका’रियां भी दी थी.
नेपाल में भी था अ’ड्डा
गिर’फ्तारी के बाद सुबोध ने पुलिस को बताया था कि उसका अ’ड्डा नेपाल में भी था. गोल्ड का काम करने वाली नामी कंपनियों और बड़े जेवर कारोबारियों के ठि’कानों की वह रे’की करता था. बाद में वह अपने गु’र्गों के साथ मिलकर लू’ट की वा’रदात को अंजा’म देता था. इस दौरान पुलिस से ब’चने के लिए वह नेपाल और पटना में छि’प जाता था. लू’ट के सोने से होने वाली का’ली कमाई के पैसे को ईंट-भट्ठा के कारो’बार में ख’पाता था.
जानकारी के अनुसार इस गि’रोह में दो दर्जन से अधिक लु’टेरे शामिल हैं. वर्तमान में सुबोध के साथ राज्य के विभिन्न जे’लों में आधा दर्जन से अधिक बद’माश बं’द है. गिरो’ह के फ’रार बद’माशों में अब तक नालंदा, गया, वैशाली और समस्तीपुर के लु’टेरों के नाम सामने आए हैं. वैसे गिरो’ह में उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर, कानपुर और नोएडा के भी सदस्यों की संलि’प्तता का भी पता चला है. लेकिन, उनके नाम और पतों के बारे में पुलिस को पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है.
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