NEW DELHI : मुंबई पुलिस कमीश्नर परमबीर सिंह ने न्यूज चैनलों की टीआरपी मै’नेज करने को लेकर एक बड़ा खु’लासा किया है। उन्होंने कहा कि शहर की पुलिस टीआरपी में हे’रफे’र से जुड़े एक घो’टाले की जां’च कर रही है। उन्होंने रिपब्लिक-टीवी सहित तीन चैनलों की पहचान की, जो क’थित रूप से टेलीविजन चैनलों को रेट करने के लिए BARC द्वारा उपयोग किए जाने वाले तंत्र में गड़’बड़ी करने में शामिल है।
परबीमर सिंह ने कहा है कि रिपब्लिक टीवी टीआरपी ब’ढ़ाने के लिए पैसे देता था। इसके पीछे एक रै’केट है, जोकि चैनलों को TRP ब’ढ़ाने में म’दद करती थी। इसमें करीब 30 से 40 हजार करोड़ का खे’ल किया है, जिसके आधार पर किस चैनल की क्या TRP होगी और किसको कैसे एड मिलेगी। BARC नामक संस्था है, जो TRP मापती है। परमबीर सिंह ने कहा कि अलग-अलग शहरों में बौरो मीटर लगाए जाते हैं। इनको लगाने का कांट्रेक्ट हंसा नामक कंपनी को दिया गया है। हंसा के कमर्चारी मिलकर TRP का खेल कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि जहां पर बैरो मीटर लगे थे, वहां पर किसी विशेष चैनल को ऑन रखिये कोई देखे या न देखे, जो अनपढ़ है उनके घर में भी इंग्लिश चैनल चालू रखे। इस मामले में 2 व्यक्तियों को अरे’स्ट किया गया है। परमबीर सिंह ने कहा, ”हंसा के पूर्व वर्कर को हमने गिर’फ्तार किया है. इसी आधार पर जां’च ब’ढ़ाई गई. दो लोगों को गिर’फ्तार करके को’र्ट में पेश किया गया है और उन्हें 9 अक्टूबर तक क’स्टडी में भेजा गया है. उनके कुछ साथी को ढूं’ढ़ रहे हैं. कुछ मुंबई में हैं और कुछ मुंबई के बाहर हैं. चैनल के हिसाब से ये पैसा देते थे.
एक व्यक्ति जो प’कड़ा गया है उसके अकाउंट से 20 लाख रुपये ज’ब्त किया गया है और आठ लाख रुपये कैश बरा’मद किया गया है.” मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि यह अप’राध है, धो’खाध’ड़ी है। हम इसे रो’कने के लिए जां’च कर रहे हैं। फॉ’रेंसिक एक्स’पर्ट की म’दद ली जा रही है. जो आरो’पी पकड़े गए हैं, उसी के आधार पर आगे की का’र्रवाई की जाएगी। मुंबई पुलिस कमीश्नर ने बताया कि हंसा कमर्चारी कुछ चैनल से पैसे लेकर उस चैनल को चालू करवा कर रखते है। इस मामले में फक्त मराठी बॉक्स नामक रीजनल चैनल के मालिक को हि’रासत में लिया गया है।
हंसा नामक कंपनी BARC के लिए काम करती है। इस मामले में रिपब्लिक मीडिया का नाम सामने आया है। बताया गया है कि उसने टीआरपी ब’ढ़ाने के लिए पैसा दिया है। उन्होंने कहा कि दो छोटे चैनल फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा भी शामिल है। इसके मालिक को कस्ट’डी में लिया गया है। हंसा की शि’कायत पर केस दर्ज किया गया है. ब्रीच ऑफ ट्रस्ट और धो’खाध’ड़ी का के’स द’र्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिपब्लिक टीवी में काम करने वाले लोग, प्रमोटर और डायरेक्टर के इसमें शा’मिल होने के चां’स हैं. आगे की जां’च चल रही है. जिन लोगों ने विज्ञापन दिया, उनसे भी पूछताछ की जाएगी. क्या उनपर द’बाव तो नहीं था?
रिपब्लिक टीवी के मालिक अर्णब गोस्वामी से पूछताछ की जा सकती है. परमबीर सिंह ने कहा कि इन चैनल की बैंक काउंट डिटेल जां’च की जाएगी और इनके अका’उंट को फ्रि’ज करने की करवाई की जाएगी। रिपब्लिक टीवी की इस मामले में सं’लिप्ता मिली हैं और उसके इस गु’नाह की हम जां’च करेंगे। जिन घरों में बौरो मीटर लगे हैं, उनको 400 से 500 रुपये दिए जाते थे। हमने इन घरों का सारा डाटा BARC से प्राप्त किया है। उन्होंने कहा, ”बड़ा रै’केट हाथ लगा है. ये रैकेट है फर्जी TRP का. टेलीविजन विज्ञापन इंडस्ट्री करीब 30 से 40 हजार करोड़ रुपये की है. विज्ञापन का दर TRP रेट के आधार पर तय किया जाता है.
किस चैनल को किस हिसाब से विज्ञापन मिलेगा यह तय किया जाता है. अगर टीआरपी में बदलाव होता है तो इससे रेवे’न्यू पर अ’सर पड़ता है. कुछ लोगों को इससे फा’यदा होता है और कुछ लोगों को इससे नुक’सान होता है.” उन्होंने कहा, ”टीआरपी को मा’पने के लिए BARC एक संस्था है. यह अलग-अलग शहरों में बैरोमीटर लगाते हैं, देश में करीब 30 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं. मुंबई में करीब 10 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं. बैरोमीटर इंस्टॉल करने का काम मुंबई में हंसा नाम की संस्था को दिया गया था.
जां’च के दौरान ये बात सामने आई है कि कुछ पुराने वर्कर जो हंसा के साथ काम कर रहे थे टेलीविजन चैनल से डाटा शेयर कर रहे थे. वो लोगों से कहते थे कि आप घर में हैं या नहीं है चैनल ऑन रखिए. इसके लिए पैसे देते थे. कुछ व्यक्ति जो अनपढ़ हैं, उनके घर में अंग्रेजी के चैनल ऑन किया जाता था.” टीआरपी रै’केट के खुलासे के बाद रिपब्लिक टीवी के मालिक अर्णब गोस्वामी ने सफाई दी है. गोस्वामी ने कहा कि जो भी आ’रोप लगाए गए हैं, झू’ठे हैं. रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह के खि’लाफ आप’राधिक मानहा’नि का के’स द’र्ज कराएंगे.
Be First to Comment