सीतामढ़ी में अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डा अशोक कुमार ने मस्तिष्क ज्वर से प्रभावित क्षेत्रों एवं स्वास्थ्य संस्थानों का दौरा किया। सबसे पहले वे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, रून्नीसैदपुर गये जहां जेई/एईएस की व्यवस्था एवं सभी दवा तथा उपकरणों की उपलब्धता मानक के अनुरूप पाया।
इसके बाद वे नानपुर के पंडौल बुजुर्ग गाँव मे मस्तिष्क ज्वर से ठीक हुए शिशु मो ओसैफ और उनके परिवारजनों तथा ग्रामीणों से मिलकर सुविधाओं की जानकारी ली तथा ग्रामीणों को चमकी के बारे समझाया तथा सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया।
इसके बाद अपर निदेशक नानपुर प्रखंड के ही बाथ असली गांव के बिनोद राय से मिले और उनके पौत्र गोलू कुमार को देखा तथा इलाज के बारे मे जानकारी ली। यहां अपर निदेशक ने चलाये जा रहे प्रचार प्रसार अभियान की भी मूल्यांकन की एवं विभिन्न स्थानों पर लगे पोस्टरों को देखा। नानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर सिविल सर्जन, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ जेई/एईएस वार्ड का जायजा लिया। सभी दवा एवं आवश्यक उपकरण उपलब्ध दिखे। फिर अपर निदेशक ने पुपरी के अनुमंडल अस्पताल तथा सीतामढ़ी सदर अस्पताल के जेई/एईएस वार्ड का पर्यवेक्षण किया। सदर अस्पताल में उपलब्ध व्यवस्था की उन्होंने काफी सराहना की।
डॉ अशोक कुमार ने बताया गया कि जितनी जल्द बच्चे को अस्पताल लाया जाएगा, बच्चे के बचने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। एंबुलेंस नहीं मिलने की स्थिति में चमकी के मरीज को निजी वाहन से अस्पताल लाने पर तत्काल उसे निर्धारित दर पर भुगतान कर दिया जाएगा।
पर्यवेक्षण में डॉ अशोक कुमार, अपर निदेशक स्वास्थ्य विभाग के साथ सिविल सर्जन डॉ एस सी लाल, जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार यादव, रून्नीसैदपुर की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रजनी सिन्हा, नानपुर प्रभारी डा अशोक, बीएचएम अवनीश कुमार, बीसीएम सर्वानन्द पाण्डेय, भीडीसीओ प्रिंस कुमार, पवन कुमार, डीएस डा सुधा झा, डीपीएम असीत रंजन, एचएम विजय झा, भीबीडीएस नवीन कुमार व दीपक कुमार आदि मौजूद थे।
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