पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शनिवार 9 मार्च को पटना एयरपोर्ट पहुंचे। प्रदेश में महागठबंधन की सरकार गिरने के बाद सूबे में एनडीए की नयी सरकार बनने के बाद अमित शाह पहली बार बिहार पहुंचे हैं। पटना एयरपोर्ट पर बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा समेत अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। उसके बाद आईसीएआर बिल्डिंग परिसर में गृह मंत्री ने बिहार भाजपा के दिग्गज नेता रहे दिवंगत कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा का अनावरण किया।
दरअसल, 1980 में जनसंघ से बीजेपी अलग हुई। उस वक्त बीजेपी में ज्यादातर नेता जनसंघ के थे। पार्टी आरएसएस की पद्धति पर ही चलती थी। उस वक्त कैलाशपति मिश्रा वो नेता थे जिन्होंने बिहार में बीजेपी का बीज बोया। कैलाशपाति मिश्रा तब बड़े नेताओं में जाने जाते थे, लेकिन गांव-गांव, खेत-खेत रिक्शे से ही चला करते थे।
ऐसा कहा जाता है कि, एक वक्त ऐसा था जब बीजेपी की पहचान एक छोटे दल के रूप में थी। इस पार्टी के पास न कार्यकर्ता थे, ना झंडा उठाने वाले लोग। आज भले ही बीजेपी की सदस्यता के लिए कार्यकर्ताओं की लाइन लगती हो, विधायक, सांसद दूसरी पार्टियों को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने को तैयार हों, मगर 44 साल पहले बीजेपी ऐसी नहीं थी। अब से 44 साल पहले बिहार में बीजेपी के नेता रिक्शा पर चला करते थे। तब पार्टी के प्रचार के लिए नेताओं के पास गाड़ियों का काफिला नहीं थे। तब नेता पैदल गली-गली घुमा करते थे। एक-एक व्यक्ति से संपर्क साधा करते थे। ऐसे में भाजपा को तैयार करने में कैलाशपति मिश्र का काफी अहम योजदान रहा।
Be First to Comment