पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार इन्वेस्टर्स समिट को लेकर नीतीश-लालू को घेरा है। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में जब-तक लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सत्ता के केंद्र में रहेंगे, तब तक उनके डरावने 15 साल की याद कर कोई बड़ा निवेशक जल्दी बिहार नहीं आएगा। नीतीश कुमार के आश्वसन पर किसी को भरोसा नहीं है।
मोदी ने कहा कि बिहार में पहले भी दो बार इंवेस्टर्स मीट हो चुका है। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। इस बार राजद, कांग्रेस, जदयू और वामदल जिस उद्यमी गौतम अडाणी को दिन-रात कोसते रहते हैं, उन्हें महागठबंधन सरकार रेड कार्पेट वेलकम दे रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी निवेश लाने के लिए न कोई गंभीर प्रयास किया, न पहले दिये गए आश्वासनों का पालन ही किया।
बियाडा ने 2400 इकाइयों में से 1200 इकाइयों के आवंटन रद कर दिये और 2011 औद्योगिक नीति के अनुसार जिन्हें सब्सिडी मिलनी चाहिए थी, उनको अब तक भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वैट की प्रतिपूर्ति और अनुदान पाने के लिए निवेशकों को पापड़ बेलने पड़ते हैं। जीएसटी में हजारों लोगों को 2017-18 के मामले में नोटिस भेज कर तंग तबाह किया जा रहा है।
आपको बता दें कि बिहार इन्वेस्टर्स समिट में 40 कंपनियों ने उद्योग इकाई स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में कंपनियों और बिहार सरकार के बीच बुधवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए। कंपनियों की ओर से राज्य में करीब 26 हजार 805 करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की गई है।सबसे ज्यादा खाद्य प्रसंस्करण की पंद्रह कंपनियों ने 10 हजार 304 करोड़ निवेश की घोषणा की है। इसके अलावा वस्त्र एवं चमड़ा उद्योग की आठ कंपनियों ने 554 करोड़ और उत्पादन एवं निर्माण (सामान्य उत्पादन) की 14 कंपनियों ने 15 हजार 570 करोड़ और आई सेक्टर की तीन कंपनी ने 377 करोड़ रुपये निवेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
Be First to Comment