पटना: अनुसूचित जाति, जनजाति पोस्ट मैट्रिक प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना में इस साल पिछले वर्ष की तुलना में दस प्रतिशत ही आवेदन आये हैं। इस योजना में पिछले साल वर्ष 2022-23 में एक लाख 70 हजार आवेदन आये थे। वहीं, इस साल 30 सितंबर तक मात्र 1600 आवेदन आए हैं। 30 सितंबर ही आवेदन की अंतिम तिथि तय थी।
इसी तरह पिछड़ा अतिपिछड़ा पोस्ट मैट्रिक प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना में पिछले साल के साढ़े चार लाख आवेदनों की तुलना में इस बार ढाई लाख ही आए हैं। कम आवेदनों को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने गुरुवार को संबंधित विभागों के साथ बैठक की।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि कम आवेदन क्यों आए हैं, इसकी समीक्षा की जाएगी। जरूरत हुई तो आवेदन प्राप्त करने की फिर से नई तिथि जारी की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल को फिर खोला जाएगा। बैठक में अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण विभाग और पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के आलाधिकारी भी उपस्थित थे।
Be First to Comment