शारदीय नवरात्रि 2023: मां शक्ति की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा हैं। इस साल नवरात्रि ग्रहण के साये में शुरू हो रहा हैं। ग्रहण खत्म होने के कुछ घंटे बाद ही कलश स्थापना भी की जाएगी। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की उपासना करने से सुख-समृद्धि और शांति का आगमन होता है।
भारत में सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर को रात 08 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और 15 अक्टूबर की सुबह 02 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इस दिन ही घटस्थापना की जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, 15 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 40 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है।
शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023, शनिवार को रात 11 बजकर 24 मिनट पर होगी और इसका समापन 16 अक्टूबर, सोमवार को देर रात 12 बजकर 32 मिनट पर होगा। उदया तिथि मान्य होने के कारण 15 अक्टूबर से नवरात्रि प्रारंभ होंगे।
सूर्यग्रहण के साये में नवरात्रि का पर्व शुरू होने के चलते इस दिन कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
- इस दिन अमृत काल में जागें और पूरे दिन घर की साफ-सफाई करें।
- इसके साथ ही पूरे घर में गंगाजल छिड़कें।
- स्नान करके तुलसी के पौधे पर गंगाजल छिड़कें।
- साथ ही तिल और चले की दाल का दान करें।
- इसके साथ ही विधि विधान से कलश स्थापना करें।
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