पटना: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के नए आदेश से स्कूली बच्चों के अभिभावकों में खलबली मच गई है। विभाग के नए आदेश के मुताबिक जो बच्चे लगातार स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनका नाम काट दिया जाएगा। यानी कि लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों का नामांकन रद्द कर दिया जाएगा। पूर्व में विभाग ने स्कूल में कम से कम 75 फीसदी को अनिवार्य कर दिया था। स्कूलों के हेडमास्टरों को यह नियम सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
केके पाठक ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि राज्य के करीब दस हजार स्कूलों के हेडमास्टर प्रतिदिन होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) से नहीं जुड़ रहे हैं। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को गुरुवार को निर्देश दिया है कि यह सुनिश्चित कराएं कि सभी 75 हजार 309 स्कूलों के हेडमास्टर जिला स्तर पर होने वाले वीसी से जुड़ें और पूरी जानकारी दें।
केके पाठक ने जिलों को लिखे पत्र में कहा है कि समीक्षा में यह बात सामने आई है कि प्रतिदिन 65 हजार स्कूल ही वीसी से जुड़ रहे हैं। सिर्फ एक दिन 70 हजार स्कूल वीसी से जुड़े थे। इसलिए सभी स्कूलों के हेडमास्ट रोज शाम चार बजे वीसी से जुड़ें, यह सुनिश्चित कराएं। शिक्षा विभाग ने प्रतिदिन सभी स्कूलों के हेडमास्टर से वीसी कर उस दिन की गतिविधि की पूरी जानकारी लेने का निर्देश जिलों को पूर्व में जारी किया है। अब उसके कुछ बदलाव किए गए हैं।
केके पाठक द्वारा लागू किए गए नए नियम, हेडमास्टरों की ये रहेगी जिम्मेदारी-
- प्रारंभिक स्कूलों में 75 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति तय कराएं
- जो बच्चे लगातार स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनका नामांकन रद्द कराएं
- निजी एजेंसी ने स्कूलों में साफ-सफाई शुरू की है या नहीं इसकी रिपोर्ट करें
- आईसीटी लैब लगने शुरू हुए या नहीं
- विद्यार्थियों को प्रतिदिन होमवर्क दिया जा रहा है या नहीं
- अभिभावकों के साथ बैठक करें
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