Press "Enter" to skip to content

शिक्षक भर्ती में बिहारियों को मिले 80% आरक्षण, नहीं तो होगा आंदोलन- पप्पू यादव

पटना: बिहार में शिक्षा भर्ती नियमावली में बदलाव को लेकर छात्रों से लेकर सियासी हलकों में भी मतभेद सामने आ रहे हैं। जहां बीजेपी पहले ही नीतीश सरकार पर बार-बार शिक्षक भर्ती की नियमावली बदलने पर सवाल उठा रही है। तो वहीं अब जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव करने पर भड़के हुए हैं। उन्होंने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती में बाहर के लोगों को 10 से 20% आरक्षण दिया जाए, जबकि 80% बिहार के लोगों के लिए रखिए।

शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव पर भड़के पप्पू यादव, कहा- बिहारियों को मिले 80% आरक्षण, नहीं तो होगा आंदोलन

बिहारियों को मिले 80% आरक्षण
जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि बाहर के राज्यों में बिहार के लोगों को भारत के नागरिक के रूप में नहीं देखा जाता है। तमाम राज्यों में बिहार के लोगों की श्रमशक्ति से देश का निर्माण हुआ है। बिहारियों के ज्ञान-विज्ञान की बदौलत भारत को ऊर्जा दी। भारत में सबसे ज्यादा गरीबी और बेरोजगारी बिहार में है। बिहार के लोगों को बाहर के राज्यों में अहमियत नहीं दी जाती है। शिक्षक भर्ती में 10 से 20 फीसदी बाहरी लोगों का समायोजन करिए मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन 80 फीसदी बिहारियों को लिया जाए।

आंदोलन की दी चेतावनी 
पप्पू यादव ने कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं मानेगी, तो हम इस मुद्दे को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करेंगे। और सरकार पर दवाब भी बनाएंगे। साथ ही हमारा सरकार से आग्रह कि बिहार में बिहारियों की भागीदारी 80 फीसदी हो। क्योंकि 30 फीसदी बाहरी लोगों को आरक्षण देना बिहार के युवाओं के लिए कहीं से भी ठीक नहीं है।

आपको बता दें हाल ही में नीतीश सरकार ने बिहार शिक्षक बहाली के नियमों में बड़ा संशोधन किया है। राज्य कैबिनेट की बैठक में बिहार राज्य अध्यापक नियुक्ति, स्थानांतर व अनुशासनात्मक कार्रवाई सेवा शर्त नियमावली में संशोधन को मंजूरी दी गई है। शिक्षक बहाली में बिहार के स्थायी निवासी होने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। जिसके बाद अब दूसरे राज्य के अभ्यर्थी भी बिहार शिक्षक भर्ती में शामिल हो सकेंगे और टीचर बन सकेंगे। मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।

Share This Article

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *