पटना: ओडिशा में हुए रेल हादसे में 288 लोगों की मौ’त हो चुकी है। जबकि एक हजार से ज्यादा लोग घा’यल हैं, वहीं सैकड़ों लोग ला’पता। इस रेल हाद’से पर सियासत भी तेज हो गई है। जहां विपक्ष रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग रहा है। तो वहीं सीएम नीतीश कुमार ने उस वक्त का किस्सा साझा किया। जब वो देश के रेल मंत्री हुआ करते थे।
जब नीतीश ने दिया था रेलमंत्री पद से इस्तीफा
उन्होने कहा कि जब हम रेल मंत्री थे, तो साल 1999 में गैसल में बड़ा रेल हा’दसा हुआ था। जिसमें मुझे इतनी तकलीफ हुई थी। कि मैंने अटल जी को अपना इस्तीफा दिया था। पहली बार तो उन्होने मेरा रिजिग्नेशन स्वीकार नहीं किया। लेकिन फिर मेरे दोबारा अनुरोध करने पर इस्तीफा स्वीकार कर लिया था। इसके बाद जब दोबारा रेलमंत्री बने तो रेलवे के लिए बहुत काम किया। पीएम मोदी के शहर में भी बहुत काम किया। लेकिन कौन याद रखता है। आपको बता दें नीतीश कुमार के पहले ही कार्यकाल के दौरान 1999 में गैसल में बड़ा रेल हाद’सा हुआ था, जिसमें 285 लोगों की मौ’त हुई थी। हाद’से की जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया था।
पहले रेल बजट अलग से पेश होता था
नीतीश ने कहा कि पहले रेल बजट अलग से पेश होता था। जिसकी तैयारी के लिए 20-20 घंटों तक काम चलता था। लेकिन अब तो रेल बजट ही आम बजट में मिला दिया है। उन्होने कहा कि ओडिशा में इतना बड़ा रेल हाद’सा कैसे हुआ? इसके बारे में सरकार को पता लगाना चाहिए। कि कैसे तीन रेलगाड़ियां वापस में भिड़ गई। ओडिशा रेल हा’दसे में बिहार के 13 लोगों की मौ’त हो चुकी है। कई 40 से ज्यादा लोग लाप’ता है। बालासोर में बिहार के लोगों की मदद के लिए अधिकारियों के टीम पहुंच चुकी है। जो बस के जरिए लोगों को बिहार ला रही है। सीएम नीतीश कुमार ने 4 सदस्यीय टीम का गठन किया है। जो बिहार के लोगों की समस्या का हल निकालेगी।
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