गया: बिहार घूमने के लिहाज से बेहद खास है। इस राज्य में अनेक धार्मिक और पर्यटन स्थल मौजूद हैं जहां दोस्तों या परिवार के साथ छुट्टियों में जाया जा सकता है। इन्हीं में से एक गया जिला है। वैसे तो गया हिंदू धर्म में पिंड दान के लिए प्रसिद्ध है लेकिन इसके अलावा ये जिला बौद्ध धर्म के लिए भी खास है। गया में भगवान बुद्ध को समर्पित महाबोधि मंदिर है। इसे यूनेस्को के विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इस मंदिर में देश-विदेश के हर साल लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। अगर आप भी गया घूमने का प्लान का प्लान बना रहे हैं तो इन बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस पर जाना न भूलिएगा।
महाबोधि मंदिर
भगवान बुद्ध के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक एक महाबोधि मंदिर है। ये मंदिर पूरी तरह ईंट से बना है। 52 फीट ऊंचाई वाले बुद्ध की प्रतिमा भूमिस्पर्शन मुद्रा में है। साल 2002 में इस मंदिर को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त हुआ। इस मंदिर का निर्माण तीसरी शताब्दी में अशोक ने करवाया था। महाबोधि मंदिर की दीवारों पर हाथी, देवी लक्ष्मी और मोर समेत अन्य कई नक्काशियां देखने को मिल जाती है।
विष्णुपद मंदिर
गया का विष्णुपद मंदिर हिंदू धर्म के लिए खास है। फल्गु नदी के किनारे स्थित यहां हिंदू धर्म के लोग पिंड दान के लिए आते हैं। विष्णुपद मंदिर की ऊंचाई करीब 100 फीट है जिसमें 44 पिलर हैं।
थाई मठ
गया का थाई मठ खास है। इस मठ में भगवान बुद्ध की कांस्य की प्रतिमा स्थित है। यहां हर साल बौद्ध धर्म से जुड़े हजारों लोग भगवान बुद्ध के दर्शन करने आते हैं। इसका निर्माण 1956 में थाईलैंड के सम्राट ने करवाया था। मंदिर की संरचना पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।
द ग्रेट बुद्धा स्टेच्यू
गया में भगवान बुद्ध की 25 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थित है। साल 1989 में इस प्रतिमा का अनावरण हुआ था। इस प्रतिमा को देखने दुनियाभर से तीर्थ यात्रि गया आते हैं। ऐसा कहा जाता है इस प्रतिमा को बनाने में सात साल का समय लग गया था। प्रतिमा का निर्माण लाल ग्रेनाइट और बलुआ पत्थर से किया गया है। ये स्थान सेल्फी पॉइंट के लिए भी खास है।
तिब्बती रिफ्यूजी मार्केट
अगर गया में आपको ठंड के कपड़े लेने का इरादा है। तो तिब्बती रिफ्यूजी मार्केट जा सकते हैं। यहां एक से बढ़कर एक बेहतरीन ठंड के कपड़े मिल जाएंगे। ये मार्केट बोधगया नोड वन परिसर में लगती है। हर साल गया में रिफ्यूजी मार्केट अक्टूबर के लास्ट से लेकर मार्च तक लगता है।
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