मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सीहो की रहने वाली बबीता गुप्ता को उनके बेहतर काम के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया है। दिल्ली में ये सम्मान हासिल करने के बाद बबीता गुप्ता अब अपने गांव वापस आ गई हैं। जीविका दीदी के रूप में कार्य कर रही बबीता गुप्ता अवार्ड पाकर बेहद खुश है. इसको लेकर समूह की महिला में भी खुशी है. प्लास्टिक कचरे को लेकर सजावट की सामग्री को बनाकर आज रोजगार सृजन कर पूरे इलाके में बबीता चर्चा का विषय बनी हुई है. इसके अलावा वो प्लास्टिक कचरे के बेहतर निष्पादन कर महिलाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने का काम भी करती हैं।
बबीता को मिला राष्ट्रपति से पुरस्कार
केंद्र सरकार की जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा स्वच्छ श्रीजल शक्ति सम्मान मिलने के बाद मुजफ्फरपुर जिला के रहने वाली महिला बबीता गुप्ता काफी खुश हैं। इसका श्रेय वो समिति की सभी महिलाओं के साथ-साथ अन्य लोगों को भी दे रही है और रोजगार उपलब्ध कराया जाने की इस कार्य की प्रशंसा गांव की महिलाएं कर रही है. बबिता गुप्ता बताती है कि वो आस पास के प्लास्टिक जो की कभी खत्म नहीं होता है, उसका बेहतर तरीके से सजावट की सामग्री के इस्तेमाल में कर बेहद खुश है. तो वही रोजगार को लेकर खुश भी है कि अब उनके कार्य की बाजार में भी मांग है. साथ ही साथ इसकी मांग शादी जैसे विशेष अवसर पर भी है.
कचरे से सैकड़ों महिलाओं को देती है रोजगार
बबीता प्लास्टिक के कचरे से सूती एवं ऊनी धागे, रंगों के माध्यम से सजावटी और अन्य सामग्री बनाती हैं. एक्स-रे फिल्म की कतरनों से फूलदानी, प्लास्टिक की बोतलों से वो कृत्रिम फूल के बुके, लटकनी, पाउच, बैग, पर्स, झोले, रंगबिरंगे गुलदस्ता इत्यादि बनाती है. लोग बबीता द्वारा बनाए गए उत्पादों को अच्छी कीमत देकर खरीदते हैं।
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